इंटरनेट डेस्क। दुबई में आठ अरब डॉलर की लागत से छह साल में निर्मित 828 मीटर ऊँची 168 मंज़िला दुनिया की सबसे ऊँची इमारत 'बुर्ज खलीफा' को दुनिया का सबसे बड़ा टावर भी कहा जाता हैं। यह बेहद अद्भुत सरंचना हैं। जमीन के ऊपर स्थित बुर्ज खलीफा में 163 मंजिल हैं और इसके नीचे केवल एक मंजिल है। इसके अलावा इसमें 58 कार्यात्मक लिफ्ट हैं, जो प्रति सेकंड 10 मीटर की उच्च गति से संचालित होती हैं।

आपको बता दे बुर्ज खलीफा में 2957 पार्किंग स्थल, 304 होटल और 900 अपार्टमेंट हैं। इसका निर्माण तेल आधारित अर्थव्यवस्था से विविधता लाने के लिए किया गया था। दुबई सरकार चाहती थी कि उसके देश को अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त हो, जिसके तहत बुर्ज खलीफा का निर्माण किया गया था। इसका नाम बुर्ज खलीफा अबू धाबी के शासक और संयुक्त अरब अमीरात के अध्यक्ष, खलीफा बिन जयद अल नह्यान को सम्मान देने के लिए रखा गया।

बुर्ज खलीफा ईमारत के पास दुनिया में सबसे ऊंची फ्रीस्टैंडिंग संरचना, सबसे ज्यादा कहानियां, सबसे ज्यादा कब्जा किया गया मंजिल, सबसे ज्यादा आउटडोर अवलोकन डेक, लिफ्ट द्वारा सबसे ऊंचाई यात्रा की दूरी, और सबसे ऊंची लिफ्ट सेवा जैसे विश्व रिकॉर्ड्स शामिल हैं। इस ईमारत से दूरबीन का इस्तेमाल किये बिना 95 किलोमीटर तक दृश्य देखे जा सकते हैं। बुर्ज के 76 वें तल पर दुनिया के दूसरे सबसे ऊंचाई पर स्तिथ स्वमिंग पुल हैं।

बुर्ज खलीफा को हर दिन 2,50,000 गैलन पानी की आपूर्ति की जाती हैं। यहाँ 100-वाट के 3,60,000 बल्बों द्वारा रोजाना खर्च होने वाली बिजली खपत होती हैं। 2723 फीट की कुल ऊंचाई पर स्तिथ यह दुनिया का सबसे लंबा टावर हैं। इसे बनाने में 12,000 से अधिक कर्मचारियों ने 6 साल का समय लिया।

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