पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के तहत नामांकन के लिए तीन दिन शेष हैं। लेकिन अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि एनडीए में कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा। एलजेपी एनडीए में सहयोगी बनी रहेगी। लेकिन बिहार में, एलजेपी ने अलग से लड़ने का फैसला किया है और पार्टी 143 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।

इस पर राजद ने कहा है कि नीतीश कुमार ने पीएम मोदी के सामने थाली खींची,। नीतीश कुमार को हराने की तैयारी चल रही है। दूसरी ओर, बीजेपी और जेडीयू ने विश्वास व्यक्त किया है कि बिहार में फिर से नीतीश कुमार की सरकार बनेगी और आज सीट विभाजन की औपचारिक घोषणा होगी। जेडीयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि बीजेपी के साथ जेडीयू का गठबंधन स्वाभाविक है। लोकसभा हो या विधानसभा, हमने हर चुनाव एक साथ लड़ा है। हम दो तिहाई बहुमत के साथ लौट रहे हैं। यह स्थिति भी स्पष्ट हो जाएगी कि किसे कितनी सीटें मिलेंगी।

भाजपा नेता अजीत चौधरी के अनुसार, बिहार में एक मजबूत गठबंधन होने जा रहा है। आज सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। एनडीए काम के आधार पर बिहार लौटेगा। बिहार में एनडीए की सरकार है, लेकिन जिस तरह से चिराग पासवान के नेतृत्व वाली एलजेपी ने स्टैंड लिया है, वह टिकट की घोषणा में भी देरी कर रही है।

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