इंटरनेट डेस्क: राजस्थान के बाड़मेर जिले में रविवार शाम रामकथा के दौरान आंधी.बारिश से पंडाल गिर जाने से बड़ा हादसा हो गया। बताया जा रहा है की जिस वक्त हादसा हुआ उस दौरान हवा की रफ्तार 80 से 100 किमी घंटा थी। इस हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि 70 से ज्यादा जख्मी हैं। ये हादसा बालोतरा के जसोल कस्बे में हुआ। खबरों की माने तो रामकथा का प्रसद्धि कथावाचक मुरलीधर का यूट्यूब पर लाइव प्रसारण चल रहा था इस हादसे के बाद राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी राहत और बचाव कार्य की निगरानी के लिए मुख्यमंत्री के मुख्य सचिव समेत पांच उच्च अधिकारियों की एक टीम गठित की है। वहीं मृतक परिवारों को आर्थिक साहयता राशि का ऐलान किया है


जब ये हादसा हुआ उस दौरान रामकथा का प्रसद्धि कथावाचक मुरलीधर के इसे धार्मिक कार्यक्रम का यूट्यूब पर लाइव प्रसारण चल रहा था, ऐसे में अचानक से हुई बारशि पर कथावाचक ने कहा क िलगता है बारशि तेज है, कहंी पंडाल उड़ न जाए तब ही कुछ ही सेकंड में हालात बदल गए और वह अपनी बात पूरी भी नहीं कर पाए की पंडाल एक तरफ से नीचे की और गिरने लगा सिर्फ 90 सेकंड के अंदर ही पूरा पंडाल नीचे गिरा गया जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिस समय हल्की बूंदाबांदी के बाद आंधी का दौर शुरु हुआ तो कथावाचक ने श्रोताओं से कहा.पंडाल गिर रहा है, बाहर निकल जाओ इसके बाद महाराज उठने लगे, उनके साथ संगीत बजाने बैठे लोग भी अपना सामान समेट कर भागने लगे


कथावाचक माइक से अपनी पूरी बात कहते उससे पहले ही पंडाल गिर गया और उन्होंने आसन छोड़ दिया खबरों की माने तो कथा की शुरुआत दोपहर 2 बजे हुई थी, करीब साढ़े तीन बजे आंधी के साथ बूंदाबांदी का दौर शुरू होने लगा तभी पंडाल में पानी टपकने लगा तो आयोजकों ने महिलाओं को आगे आकर बैठाना शुरू कर दिया और पीछे की जगह खाली करवा दी, लेकिन अचानक से आई तेज आंधी और बारीश के पानी से पंडाल में करंट फैल गया जिससे करीब 14 लोगों की मौत हो गई हादसा होते ही लोगों ने टैक्सी, टैंपों निजी वाहन व एंबुलेंस सहित अलग.अलग वाहनों से अस्पताल पहुंचाया गया हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन, पुलिस का सारा अमला मौके पर पहुंच गया और राहत कार्य में जुट गया

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