शनिवार को नामिबिया से चीतों का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में भारत आना कांग्रेस को बहुत ज्यादा खल रहा है। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने 12 साल पहले की एक तस्वीर साझा की और कहा कि उन्होंने भी 2010 में चीता अभियान को लेकर केपटाउन का दौरा किया था जिसकी चर्चा शायद ही कहीं हुई हो।

इस क्रम में कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा। दरअसल वे भी चीता प्रोजेक्ट के लिए अप्रैल 2010 में केपटाउन गए थे लेकिन इसकी कहीं भी चर्चा नहीं हुई और यही बात उन्हें खल रही है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इसकी तस्वीर भी शेयर की है। उन्होंने नामिबिया से भारत आए आठ चीतों को लेकर प्रधानमंत्री की आलोचना की और ट्वीट कर इसे 'बेवजह' बताया।

प्रधानमंत्री पर साधा निशाना
जयराम रमेश ने कहा, 'पीएम नरेन्द्र मोदी शासन में निरंतरता को शायद ही कभी स्वीकार करते हैं। चीता प्रोजेक्ट के लिए 25.04.2010 को केपटाउन की मेरी यात्रा का जिक्र तक न होना इसका ताजा उदाहरण है। आज प्रधानमंत्री ने बेवजह पीएम ने बेवजह का तमाशा खड़ा किया। ये राष्ट्रीय मुद्दों को दबाने और भारत जोड़ो यात्रा से ध्यान भटकाने का प्रयास है।' उन्होंने कहा, '2009-11 के दौरान जब बाघों को पहली बार पन्ना और सरिस्का में स्थानांतरित किया गया तब कई लोग आशंकाएं व्यक्त कर रहे थे। वे गलत साबित हुए। चीता प्रोजेक्ट पर भी उसी तरह की भविष्यवाणीयां की जा रही हैं। इसमें शामिल प्रोफेशनल्स बहुत अच्छे हैं। मैं इस प्रोजेक्ट के लिए शुभकामनाएं देता हूं! '


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