इंटरनेट डेस्क: पीएम नरेंद्र मोदी ने 19 जून को सर्वदलीय बैठक बुलाई है ये बैठक बेहद अहम मानी जा रही है क्योंकि पीएम मोदी इस बैठक में एक राष्ट्र एक चुनाव पर विचार विमर्श कर सकते हैं इसके बाद पीएम मोदी 20 जून को लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों से वार्ता करेंगे आपकों बतादें की यह पहले से ही मोदी सरकार का एजेंडा रहा है,् अब इस मुद्दे पर अमल करने के लिए पीएम मोदी ने यह बैठक आयोजित करने वाले है


है खबरों की माने तो पीएम मोदी ने कहा है कि जिन राजनितिक पार्टियों के अध्यक्ष नहीं हैं, वे अपने प्रतिनिधि को पहुंचाएं सूत्रों के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे के संदर्भ में उपजे भ्रम को देखते हुए पीएम मोदी का यह बयान बेहद अहम् माना जा रहा है हालांकि कुछ लोग इस बयान को भाकपा और माकपा जैसे सियासी दलों के संदर्भ में भी जोड़ रहे है क्योंकि ऐसा इसलिए क्योंकि वामदलों में पार्टी के प्रमुख का पद नहीं होता है, हालांकि 17 जून से संसद का सत्र आरंभ होने वाला है किन्तु राहुल गांधी के कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर बने रहने को लेकर संशय बरकरार है


इससे पहले केंद्र सरकार ने नव निर्वाचित लोकसभा के पहले सत्र से एक दिन पूर्व 16 जून को सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया है सरकार ने इस सत्र में अहम् विधेयकों को पारित कराने के लिए विपक्ष से सहयोग करने की मांग भी की है, आपकों बतादें की इन विधेयकों में तीन तलाक विधेयक भी शामिल है जिसे केंद्रीय कैबिनेट ने पिछले बुधवार को मंजूरी दी है वहीं आपकों बतादें की कांग्रेस हमेशा से एक राष्ट्र एक चुनाव के विरुद्ध रही है, गत वर्ष अगस्त में भी कांग्रेस ने इसका सख्त विरोध किया था और इस मामले में कांग्रेस के दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खडग़े, पी चिदंबरम सहित अन्य नेताओं ने विधि आयोग के सामने असहमति जताई थी कांग्रेस का कहना था कि एक साथ चुनाव भारतीय संघवाद की भावना के विरुद्ध है

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