लोकतंत्र के इतिहास में एक वोट की कीमत से जुड़ी हैं यह चर्चित घटनाएं
दोस्तों, हमारे देश की जनता को अपने एक वोट की कीमत का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इतिहास में अनेकों ऐसे उदाहरण हैं, जहां केवल एक वोट की हार से तख्तापलट हो गया। एक वोट के चलते ही अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार गिर गई, वहीं सीपी जोशी एक वोट से राजस्थान विधानसभा चुनाव हारने के चलते मुख्यमंत्री नहीं बन सके। महज एक वोट के चलते ही फ्रांस से राजतंत्र खत्म हो गया। जर्मनी में केवल एक वोट से जीतकर हिटलर नाजी दल का चीफ बना था।
अटल बिहारी वाजपेयी (सरकार गिर गई)
साल 1999 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई में बनने वाली सरकार महज 13 माह बाद ही गिर गई। क्योंकि एआईएडीएमके के समर्थन वापस लेने के बाद विश्वास प्रस्ताव के दौरान पक्ष में 269 मत तथा विपक्ष में 270 वोट पड़े थे। इस प्रकार वाजेपयी सरकार गिर गई।
सीपी जोशी (हार से मुख्यमंत्री नहीं बन सके)
साल 2008 के राजस्थान विधानसभा के चुनाव में सीपी जोशी मुख्यमंत्री पद के दावेदार थे। इस चुनाव में सीपी जोशी को 62 हजार 215 मत तथा कल्याण सिंह को 62 हजार 216 वोट मिले थे। बता दें कि सीपी जोशी की पत्नी, मां और उनके ड्राइवर ने मतदान ही नहीं किया था।
एडोल्फ हिटलर (नाजी दल का चीफ बना)
जर्मनी से आप पूछ सकते हैं कि एक वोट की कीमत कितनी होती है। साल 1923 में एडोल्फ हिटलर महज एक वोट की जीत से नाजी दल का चीफ बना था।
फ्रांस में राजशाही खत्म
फ्रांस में राजशाही के अंत के पीछे भी एक वोट की ही कहानी जुड़ी है। साल 1875 में केवल एक वोट की जीत से फ्रांस में राजशाही खत्म हुई और लोकतंत्र का आगाज हुआ।
अमेरिका की भाषा जर्मन से अंग्रेजी
अमेरिका में एक वोट की बदौलत साल 1776 में जर्मन की जगह अंग्रेजी मातृभाषा बन सकी।