इंटरनेट डेस्क। राजीव गांधी देश के ऐसे पहले राजनेता हैं जो मात्र 40 की उम्र में प्रधानमंत्री बने थे। जानकारी के लिए बता दें कि एक आत्मघाती बम हमले में उनकी मौत हो गई थी। इस स्टोरी में हम आप के सामने मार्च 1991 में दिए गए उस इंटरव्यू से जुड़े कुछ अंश पेश करने जा रहे हैं, जिसे राजीव गांधी ने अपनी हत्या से महज 2 महीने पहले दिया था। तो देर किस बात की, तुरंत पढ़ें मार्च, 1991 में राजीव गांधी ​द्वारा दिया गया वह साक्षात्कार।

-धर्मनिरपेक्षता को देश में किस प्रकार से बढ़ावा देना चाहते हैं, सांप्रदायिक स्रोत के बारे में आपका क्या कहना है?

राजीव गांधी- कांग्रेस (आई) के पास सेक्युलरिज्म को बढ़ावा देने के लिए निश्चित रूप से सटीक रणनीति पर काम करेगी। एक पार्टी विशेष ने देश में सांप्रदायिकता का माहौल फैला रखा है। सेक्युलरिज़्म हमारे देश की बुनियाद है, अगर यह जरा भी कमजोर हुई तो देश को काफी नुकसान होगा।

-1989 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस (आई) अपने चुनाव प्रचार विज्ञापनों में सांप-बिच्छू का इस्तेमाल किया, क्या यह सही था?

राजीव गांधी- इस तरीके को जनता ने पसंद नहीं किया, क्योंकि यह तरीका हिंसक और आक्रामक था। लेकिन विज्ञापन के माध्यम से हमारी पार्टी ने जो मुद्दे उठाए थे, वह महज 15 माह बाद ही देश में नजर आने लगा है। पार्टी ने जो अनुमान लगाया था, वह बिल्कुल सटीक निकला।

आपके मतदाता और वोट बैंक के बारे में बताएं?

राजीव गांधी- भारत

जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को बनाए रखने के बारे में आपकी क्या राय है?

राजीव गांधी- यही एक मात्र जरिया है, जिससे कश्मीर भारत से जुड़ा हुआ है।

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