विधानसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में राजनीतिक आंदोलन तेज हो गया है। राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) सदमे में है। शुक्रवार को वन मंत्री राजीव बनर्जी ने कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। मौजूदा परिस्थितियों में, अपने गढ़ को बनाए रखना मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए एक चुनौती बन गया है।

राजीव बनर्जी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपने त्याग पत्र में लिखा है, "पश्चिम बंगाल के लोगों की सेवा करना बहुत सम्मान और सौभाग्य की बात है।" मैं आपका दिल से आभार व्यक्त करता हूं और इस अवसर को लेने के लिए सभी को धन्यवाद देता हूं। राजीव बनर्जी पिछली कई कैबिनेट बैठकों में शामिल नहीं हुए, जिसके बाद अटकलें लगाई गईं कि वे इस्तीफा दे सकते हैं। बेशक, उन्होंने मंत्रालय से इस्तीफा दे दिया है, लेकिन वह अभी भी टीएमसी के सदस्य हैं।

आपको बता दें कि टीएमसी नेता विधानसभा चुनाव से पहले पद और पार्टी से इस्तीफा देने की तैयारी में हैं। सुवेन्दु अधिकारियों सहित कई बड़े नेता भाजपा में शामिल हुए हैं। ऐसे में पार्टी के लिए अपने नेताओं को एकजुट रखना एक चुनौती बन गया है। वहीं, राज्य में सरकार बनाने के लिए भाजपा कड़ी मेहनत कर रही है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस सप्ताह बंगाल आने की उम्मीद है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि कई नेता भाजपा में शामिल हो सकते हैं। पिछले महीने में तापसी मंडल, सुदीप मुखर्जी, सैकत पांजा, अशोक डिंडा, दीपाली विश्वास, शुक्रा मुंडा, शीलभद्र दत्ता, श्यामदादा मुखर्जी, बनवारी मिती और बिस्वजीत कुंडू भाजपा में शामिल हो गए हैं।

Related News