दुनिया इन दिनों इतिहास के सबसे बड़े संकट का सामना कर रही है, पूरे विश्व में कोरोना कहर ढा रहा है। एक के बाद एक मासूमों की जान जा रही है, पूरी दुनिया में साढ़े छह हजार से ज्यादा बेकसूर लोग कोरोना वायरस की वजह से जान गंवा चुके हैं, एक लाख 69 हजार से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। अब इस महामारी को कैसे रोका जाएं जिसका कोई तोर नहीं मिल रहा है।

सबको मालूम है कि कोरोना वायरस चीन से निकला और उसने दुनिया में तबाही मचा दी, लेकिन अब कोरोना को लेकर एक ऐसा खुलासा हुआ है, जिसने चीन को सवालों के कठघरे में खड़ा कर दिया है।

चीन की मीडिया में ये दावा किया गया है कि चीन ने 21 दिनों तक कोरोना का सच दुनिया से छिपाए रखा, चीन की वेबसाइट साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने सरकारी दस्तावेजों के हवाले से एक रिपोर्ट प्रकाशित की गई है। इसमें कहा गया है कि चीन के हुबेई प्रांत में 17 नवंबर 2019 को ही कोरोना वायरस का पहला मरीज ट्रेस कर लिया गया था, लेकिन चीन ने औपचारिक रूप से कोरोना के पहले मरीज के बारे में जानकारी 8 दिसंबर 2019 को दी।

अगर ये दावा सही है तो सवाल उठता है कि आखिरकार चीन ने ऐसा क्यों किया, चीन ने तीन हफ्तों तक कोरोना के सच पर पर्दा डालने की कोशिश क्यों की।

Related News