जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस की त्रासदी से जूझ रही है, वही उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन मिसाइल परीक्षण करवा रहे हैं, और सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि उत्तर कोरिया में आधिकारिक तौर पर कोरोना वायरस का एक भी मामला नहीं है। लेकिन खबर ऐसी है कि वायरस से निपटने के लिए गोपनीय तरीकों से दूसरे देशों से मदद मांग रहा है।


'द फाइनेंशियल टाइम्स' की रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर कोरिया के अधिकारी गोपनीय तरीके से दूसरे देशों के समकक्षों से कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए मदद मांग रहे हैं,न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने भी एक रिपोर्ट में बताया था कि उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों से भी मास्क और टेस्ट मशीन भेजने के लिए कहा है।


उत्तर कोरिया पर प्रमुखता से खबरें देने वाली न्यूज वेबसाइट डेली एनके के मुताबिक, जनवरी से फरवरी के बीच कोरोना वायरस से उत्तर कोरिया के 180 सैनिकों की मौत हुईं और 3700 सैनिकों को क्वारनटीन किया गया।

फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर कोरिया की सरकार के पास कोरोना वायरस की टेस्टिंग किट हैं और उन्हें इसे इस्तेमाल करना भी आता है लेकिन इसकी संख्या पर्याप्त नहीं है इसलिए अधिकारी सभी संगठनों से मदद मांग रहे हैं। हालांकि, चीन से लगी सीमा बंद होने की वजह से गैर-सरकारी संगठनों के लिए उत्तर कोरिया तक मदद पहुंचाना मुश्किल हो रहा है।

18 मार्च को किम जोंग उन ने सबको चौंकाते हुए स्वीकार किया था कि उनके देश में आधुनिक मेडिकल सुविधाएं नहीं हैं और उनमें सुधार लाने की जरूरत है, सरकार नियंत्रित कोरिया सेंट्रल न्यूज एजेंसी के मुताबिक, किम के आदेश पर पिछले सप्ताह प्योंगयाग जनरल हॉस्पिटल बनाया जा रहा है।


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