दोस्तों, आपको बता दें कि राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव की चर्चा पूरे देश में सुर्खियों में बनी हुई है। लेकिन हैरानी तब होती है जब मध्य प्रदेश में शहडोल जिले के ब्यौहारी विधानसभा का एक गांव ऐसा भी है, जहां के निवासियों को मालूम ही नहीं है कि राज्य में चुनाव हैं।

बता दें कि दुर्गम पहाड़ों के बीच मौजूद दाल गांव तक पहुंचने के लिए उबड़-खाबड़ रास्तों के बीच 8 किमी पैदल चलना पड़ता है। अभी तक इस गांव में ना ही कोई नेता पहुंचा और ना ही कोई अफसर। वहीं ब्यौहारी मुख्यालय से 30 किमी दूर झिरिया गांव है। यहां के ग्रामीणों का कहना है कि 30 परिवार वाले 100 मतदाताओं के इस गांव में बूथ भी नहीं है।

उन्होंने बताया कि साल 2013-14 में हम लोग करीब 8 किमी. नीचे उतरकर धांधूकुई वोट डालने गए थे। यहां के ग्रामीण कहते हैं कि जब कभी भी चुनाव होता है तो सरपंच या सचिव लेने आ जाते हैं। हम जाकर बटन दबा देते हैं। इन दिनों लोकसभा या विधानसभा चुनाव हो रहा है, हममें से किसी को नहीं पता है।

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