इंटरनेट डेस्क। लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी ने मंच के दौरान चुनावी रैलियों में कहा था कि देश में काला धन के आते ही हर भारतीय के बैंक अकाउंट में 15 लाख रूपए आ जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यकाल भी खत्म होने जा रहा है, लेकिन उन रूपयों का कहीं अतापता नहीं। नरेंद्र मोदी के आलोचकों ने इस अपना मुख्य मुद्दा बना रखा है। ऐसे लोगों को अक्सर यह कहते हुए सुना जाता है कि चिंता मत करो, मोदी जी जल्द ही तुम्हारे अकाउंट 15 में लाख रूपए भेज देंगे।

आपको बता दें कि आरटीआई कार्यकर्ता मोहन कुमार शर्मा ने आरटीआई के तहत पीएमओ से यह जानकारी भी मांगी थी कि जनता के बैंक अकाउंट्स 15 लाख रूपए कब ट्रांसफर किए जाएंगे। इसके बाद पीएमओ ने केंद्रीय सूचना आयोग को यह जवाब दिया था कि यह जानकारी सूचना अधिकार के तहत नहीं आती है। इसलिए इस प्रश्न का कोई भी जवाब नहीं दिया जा सकता है।

जब आरटीआई कार्यकर्ता मोहन कुमार शर्मा ने मुख्य सूचना आयुक्त आरके माथुर से यह पूछा कि रिजर्व बैंक और प्रधानमंत्री कार्यालय ने मेरे सवालों का जवाब नहीं दिया। इस पर माथुर का कहना था कि उन्होंने जो भी जानकारी मांगी है, वह आरटीआई अधिनियम 2 एफ के तहत सूचना की परिभाषा में नहीं आती है। आरके माथुर का कहना है कि प्रधानमंत्री कार्यालय और रिजर्व बैंक ने हर भारतीय के बैंक खाते में 15 लाख रूपए ट्रांसफर करने के सवाल पर बिल्कुल सही जवाब दिया है।

गौरतलब है कि 15 लाख वाले मुद्दे पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में बीजेपी अमित शाह यह बयान दे चुके हैं कि चुनाव के दौरान वह एक जुमला था।

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