इंटरनेट डेस्क। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को तड़क भड़क नहीं बल्कि सादगी पसंद है। वह हल्के सफेद रंग की साड़ी पहनती हैं। ममता बनर्जी लोगों के बीच दीदी के नाम से फेमस हैं। वह साल 2009 से ही एक पारंपरिक बंगाली सूती साड़ी पहनती आ रही हैं।

जी हां, यह सूती साड़ी को हुगली के बुनकर तैयार करते हैं, जिसे धनियाखली साड़ी कहा जाता है। हुगली के बुनकर इस साड़ी को करीब 3​ दिन में अपने हाथों से तैयार करते हैं, जिसकी कीमत मात्र 350 रूपए है।

बनुकर जब एक साड़ी बनाकर तैयार करता है तब उसको 80 रूपए मजदूरी मिलती है। बता दें कि ममता बनर्जी पतले बॉर्डर की सफेद साड़ी पहनती हैं। इन साड़ियों में उन्हें हरे, नीले अथवा दूसरे हल्के रंग के बॉर्डर काफी पसंद आते हैं। उन्हें लाल अथवा गाढ़े रंग के बॉर्डर बिल्कुल ही पसंद नहीं है।

गौरतलब है कि जब अन्य भारतीय राजनेता महंगी कपड़े, महंगी घड़ियां अथवा चश्मे पहनने पर जोर दे रहे हैं, वहीं ममता बनर्जी का सादगी भरा अंदाज इन सबसे अलग है। हस्‍तर्निमित सस्‍ती सूती साड़ी, गले में पतली से चेन, कानों में टाप्‍स और साधारण लेदर स्‍ट्रेप वाली घड़ी ही ममता बनर्जी की पहचान है। वह कभी भूलकर भी बिंदी अथवा लिपस्‍टिक का इस्तेमाल नहीं करती हैं।

ममता बनर्जी अविवाहित हैं, लेकिन धन-दौलत के नाम पर इनके पास खुद की बनाई कुछ पेंटिंग्स और कविताओं के अलावा कुछ भी नहीं है। 1997 में कांग्रेस से अलग होकर तृणमूल कांग्रेस की स्थापना करने वाली ममता बनर्जी आज की तारीख में भारतीय सियासत की दिग्गज नेताओं में शुमार करती हैं।

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