इंटरनेट डेस्क: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को लोकसभा चुनाव में इस्तेमाल की गई ईवीएम मशीन पर एक बार फिर सवाल उठाएं है। खबरों की माने तो ममता ने सभी विपक्षी पार्टियों से अपील की कि वे बैलेट पेपर से चुनाव कराने की अपील करें। उन्होंने कहा कि एक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया जाएए जो ईवीएम के बारे में जानकारी जुटाए ताकि हमें पता चल सके कि इस चुनाव में ऐसे नतीजे क्यों आए।
खबरों के अनुसार भाजपा ने लोकसभा चुनाव में अकेले ही 303 सीटें पर विजयी हासिल की। तो वहीं, बंगाल में भी 18 सीटों पर जीत हासिल की जबकि तृणमूल ने 22 सीटें जीत पाई कांग्रेस को यहां 2 सीटें मिलीं। इसके बाद ममता ने तृणमूल विधायकों और मंत्रियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा. हमें लोकतंत्र को बचाना है। जिसके लिए हमें मशीनें नहीं चाहिए। हम चुनाव में बैलेट पेपर व्यवस्था को वापस लाने की मांग करते हैं। जिसके लिए हम एक अभियान शुरू करेंगे और इसकी शुरुआत बंगाल से होगी।


उन्होंने कहा की मैंने 23 विपक्षी दलों से कहा है कि वे एकसाथ मिलकर बैलेट पेपर की वापसी की मांग करें। भाजपा ने चुनाव जीतने के लिए ताकत, संस्थानों, मीडिया और सरकारों का इस्तेमाल किया। उन्होंने दावा करते हुए कहा की वाम दलों की वजह से बंगाल में भाजपा 42 में से 18 सीटें जीत पाई, जबकि वह 23 सीटें जीतने का दावा कर रही थी। हमारी पार्टी ने अपने वोट प्रतिशत में 4: का इजाफ ा करने में सफलता हासिल की। कई ईवीएम बिना मॉक पोल के ही बदल दी गईं। कौन जानता है कि बदली गईं ईवीएम प्रोग्राम्ड नहीं थीं, तो कई लाख ईवीएम गायब हो गईं।


उन्होंने ईवीएम के बाद बंगाल में हो रही हिंसा को लेकर भी जवाब देते हुए कहा की यह लोगों द्वारा दिया गया जनादेश नहीं है। यह आर्टिफिशियल है। इसीलिए भाजपा हिंसा कर रही है और हमारे पार्टी दफ्तरों में तोडफ़ ोड़ की जा रही है ।

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