अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के बाद अब ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन जो अभी अभी कोरोना से ठीक हुए है, उन्होंने चीन को विश्वबिरादारी से बेदखल करने के संकेत दिये हैं। बोरिस जॉनसन ने कोरोना वायरस के फैलने के कारणों का पता लगाने के लिए ‘कोबरा इंटेलिजेंस यूनिट’ का गठन किया था। बोरिस जॉनसन को कोबरा कमेटी ने रिपोर्ट दी है कि ब्रिटेन को चीन के साथ संबंधों का दोबारा मूल्यांकन करने की जरूरत है। वे चाहते हैं हाई-टेक तथा रणनीतिक उद्योग में चीनी निवेश पर नियंत्रण होना चाहिए।

ब्रिटिश कूटनीतिज्ञ और चीन में काम कर चुके चार्ल्स पार्टन का कहना है कि लंदन-पेइचिंग के रिश्ते पर दोबारा विचार की जरूरत है क्योंकि चीन इसे दीर्घ अवधि के लिए पश्चिमी देशों के साथ प्रतियोगिता के रूप में देखता है। ब्रिटेन में कोरोना वायरस से 10 हजार से अधिक मौत हो चुकी है।

एक ब्रिटिश मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन डिजिटल कम्युनिकेशन और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस जैसे हाई-टेक चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाना चाहता है और फिर अपनी विभिन्न यूनिवर्सिटीज में चीनी छात्रों की छंटाई करेगा।

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