एक केंद्रीय मंत्री की गाड़ी के काफिले पर भी आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने किसानों द्वारा चल रहे शांतिपूर्ण प्रदर्शनों को कुचलने की कोशिश करी और प्रदर्शनकारियों को अपनी गाड़ी के नीचे दबा दिया जिसके चलते कई किसानों की मौत हुई है और अब इस मामले में लगातार तूल पकड़ लिया है क्योंकि इस मामले में आरोपी बनाए गए जिनका नाम है फायर में भी शामिल किया गया है और आशीष मिश्रा को पुलिस द्वारा गिरफ्तार नहीं किया गया था इसे लेकर अब किसानों में काफी आक्रोश है।

हालांकि कई लोगों का मानना है कि इसमें आशीष मिश्रा की किसी भी प्रकार से कोई गलती नहीं है वहीं आशीष मिश्रा कई मीडिया चैनलों को अपना इंटरव्यू दे चुके हैं जिसमें उन्होंने ही कहा है कि वह वहां पर मौजूद ही नहीं थे वहीं दूसरी और आपको बता दें कि इस मामले में दर्ज एफआइआर में आशीष मिश्रा का नाम है इसके बावजूद भी उनकी गिरफ्तारी को लेकर लंबा इंतजार किया गया जिसे लेकर अब संयुक्त किसान मोर्चा के नेता योगेंद्र यादव ने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा पर साजिश रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें पद से हटाया जाना चाहिए।

अभी से लेकर संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा एक एलान किया गया है कि अगर आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी नहीं की जाएगी तो ऐसे में किसान मोर्चा द्वारा पूरे भारत देश में उनकी गिरफ्तारी के लिए विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

य से बातचीत करते हुए शनिवार को दिल्ली के प्रेस क्लब में किसान नेताओं ने कहा कि 15 अक्टूबर को दशहरे की मौके पर देश भर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री अमित शाह के पुत्रों को आग के हवाले करेंगे आपको बता दें कि इस प्रेस वार्ता में योगेंद्र यादव ने कहा कि लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा किसानों के लिए जलियांवाला बाग की घटना के समान है।

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