एक वक्त था, जब जॉर्ज फ़र्नांडिस के एक आह्वान से पूरा भारतीय रेल का काम रुक जाता था। जॉर्ज फ़र्नांडिस अब हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन उनकी कुछ अधूरी यादें हमेशा लोगों के जेहन में बनी रहेंगी। इस वक्त हम आपको लंबे समय तक जॉर्ज फ़र्नांडिस की दोस्त रहीं जया जेटली और उनके बीच के रिश्तों से जुड़ी कुछ बातें बताने जा रहे हैं।

बता दें कि जया जेटली कई साल तक उनके साथ उनके घर में रहीं। जया जेटली ने जॉर्ज फ़र्नांडिस से अपने रिश्ते को हमेशा दोस्ती का ही नाम दिया। हां, यह अलग बात है कि इन्होंने अपने रिश्ते की सच्चाई को कभी छुपाया नहीं।

इस बारे में लेखिका शोभा डे कहती हैं कि जॉर्ज फ़र्नांडिस और जया जेटली केवल समता पार्टी में काम करने वाले सहयोगी नहीं थे, उनके बीच का रिश्ता सिर्फ समाजवादी विचारधारा से जुड़ा नहीं था। बल्कि उनके बीच गहरे संबंध थे और उन्होंने यह बात कभी छुपाने की कोशिश भी नहीं की। जया जेटली तब भी जॉर्ज फ़र्नांडिस का ख्याल रखती, उन्हें प्यार करती थीं, जब उनकी पत्नी लैला कबीर सहित परिवार के बाकी लोग उन्हें छोड़कर चले गए।

एक बार जया जेटली ने जॉर्ज फ़र्नांडिस संग अपने रिश्ते को लेकर कहा था- दोस्त भी कई किस्म के हुआ करते हैं और दोस्ती के भी कई स्तर होते हैं। महिलाओं को हमेशा एक किस्म के बौद्धिक सम्मान की जरूरत होती है, क्योंकि हमारे पुरुष प्रधान समाज के अधिकांश लोग सोचते हैं कि महिलाएं कमज़ोर दिमाग और कमज़ोर शरीर की होती हैं। जॉर्ज वह शख्स थे, जिन्होंने मुझे विश्वास दिलाया कि महिलाओं की भी राजनीतिक सोच हो सकती है।

इस राजनीतिक सफर में जया और जॉर्ज की दोस्ती गहरी होती चली गई। जया से उनके पति अशोक जेटली अलग हो गए। जॉर्ज से उनकी पत्नी लैला कबीर अलग हो गईं। इसके बाद 1980 के दशक में जया जेटली जॉर्ज के साथ रहने लगीं।

जॉर्ज संग अपने संबंधों को लेकर जया ने कहा कि उनके रिश्ते में रोमांस का पुट बिल्कुल नहीं था, लेकिन लोग बहुत बातें बनाते थे। जॉर्ज ने जया से कहा था कि राजनीति फूलों की सेज नहीं है, इसलिए इंतज़ार मत करो कि कोई आपका बिस्तर ठीक करेगा। जया जेटली कहती हैं कि जॉर्ज के साथ रहना उनका अपना फ़ैसला था। जॉर्ज ने जया से स्पष्ट शब्दों में कहा था कि बहुत मुश्किल लगने लगे, तो वो छोड़ जाने के लिए आजाद हैं।

आपको बता दें कि एक ऐसा भी वक्त आया जब साल 2010 में जॉर्ज फ़र्नांडिस की पत्नी लैला क़बीर ने जया जेटली के उनसे मिलने पर रोक लगवा दी थी। साल 2008 में ही जॉर्ज अलज़ाइमर्स से पीड़ित हो चुके थे, उनकी याददाश्त और पहचानने की शक्ति कम होती रही।

लेकिन 4 साल की लंबी कानूनी लड़ाई के बाद कोर्ट ने जया जेटली को हर 15 दिनों पर सिर्फ़ 15 मिनटों के लिए जार्ज फ़र्नांडिस से मिलने की अनुमति दे दी। देखिए जीवन कैसे करवट लेता है, जया ने मीडियाकर्मियों से बताया कि जॉर्ज फ़र्नांडिस की मौत की ख़बर खुद लैला कबीर ने ही उन्हें दिया और घर बुला लिया।

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