दोस्तों, आपको बता दें कि कश्मीर घाटी में इंडियन आर्मी का आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन जारी है। भारतीय सेना ने घाटी से आतंकियों का सफाया करने की ठान ली है। हांलाकि सुरक्षा एजेंसियों का यह मानना है कि जब तक पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ होने से घाटी में आतंकवाद जिंदा है।

एक सुरक्षा अधिकारी के मुताबिक, घाटी में आतंकवाद का सफाया तभी होगा, जब पाकिस्तान कश्मीर में आतंकी भेजना बंद करेगा। अगर हम आंकड़ों की बात करें तो केवल नवंबर महीने में ही सेना ने 40 आतंकी मार गिराए हैं। जिनमें आतंकी संगठन हिजबुल और लश्कर के 8 टॉप कमांडर भी शामिल हैं। इस साल सुरक्षाबलों ने 230 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया है।

बावजूद इसके घाटी में सक्रिय आतंकियों की संख्या 250 के आसपास है। जाहिर है घाटी में 500 आतंकी सक्रिय थे। जनवरी 2018 से लेकर अब तक कश्मीर में 230 आतंकियों को मौत के घाट उतारना सेना की एक बड़ी उपलब्धि है। जाहिर सुरक्षा एजेंसियां आतंक का सफाया करने की ओर चल पड़ी है, इसमें सफलता भी मिल रही है। आए दिन स्थानीय तथा विदेशी आतंकियों का सफाया जारी है।

सेना के एक अधिकारी के मुताबिक, एलओसी पर पूरी तरह पहरा देना मुश्किल है, लिहाजा कई आतंकी घुसपैठ करने में सफल हुए हैं। जानकारी के अनुसार, मार्च 2017 से लेकर अब तक 500 आतंकी मारे जा चुके हैं।

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