इंटरनेट डेस्क। लालू परिवार आय से अधिक संपत्ति मामले में पूरी तरह से घिरा हुआ है। इतना ही नहीं चारा घोटाले में लालू यादव जेल की सजा भी काट रहे हैं। तेज प्रताप के विद्रोही बयानों के चलते राजद पार्टी में आए सियासी उठापटक के बाद तेजस्वी को मीडिया के सामने सफाई भी देनी पड़ी थी। कभी बिहार पर शासन करने वाली लालू एंड फैमिली पर आई इन मुश्किलों को देखते हुए लोग अब पगला बाबा की बातें करने लगे हैं।

जी हां, 27 जुलाई, 2013 की बात है, जब राजद मुखिया लालू यादव विध्यांचल की तुलसी तलैया आश्रम में तंत्र साधना के लिए पगला बाबा के आश्रम में पहुंचे थे। उस दिन अघोरी साधु पगला बाबा ने जोर-जोर से कहा था, तू खुद को राजनीतिक पुरोधा समझता है, जा तू मिटटी में मिल जाएगा। कहीं ऐसा तो नहीं कि पगला बाबा के श्राप के चलते ही लालू परिवार को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

गौरतलब है कि जहां इस पगला बाबा के अनुष्ठान के बाद लालू यादव की सत्ता में वापसी हुई थी, वहीं 27 जुलाई 2013 को तुलसी तलैया आश्रम में मौजूद रहे लालू यादव को पगला बाबा ने मिटटी में मिले जाने का घोर श्राप दिया था।

उस समय लालू यादव के समर्थकों ने यह कहना शुरू किया था कि अघोरी लोग ऐसी ही बातें करते हैं। उस वक्त कुछ लोगों ने यह भी कहा था कि जब अघोरी लोग किसी पर खुश होते हैं तो डंडे से मारकर भगा भी देते हैं, यही नहीं अघोरी लोगों की गाली को उनका आशीर्वाद माना जाता है। लेकिन राजद मुखिया लालू यादव पर आई संकटों को देखते हुए यह प्रश्नचिन्ह उठने लगा है कि कहीं अघोरी साधु पगला बाबा के श्राप के चलते तो ऐसा नहीं हो रहा है।

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