इंडियन नेवी के युद्धपोत आईएनएस किल्टन से नहीं बच सकती हैं दुश्मनों की पनडुब्बियां
दोस्तों, आपको बता दें कि पड़ोसी देशों से मिल रही कड़ी चुनौतियों के बीच भारत अपनी सीमा सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है। आतंकवाद और नक्सलवाद जैसी बड़ी समस्याओं से एक साथ निपटने के लिए भारत अपनी सैन्य क्षमता में लगातार इजाफा कर रहा है।
दोस्तों, इसी क्रम में आज हम आपको इंडियन नेवी की ताकत बढ़ाने वाले युद्धपोत आईएनएस किल्टन के बारे में बताने जा रहे हैं, जो दुश्मन देशों की किसी भी पनडुब्बी को नष्ट करने में सक्षम है।
- इंडियन नेवी में शामिल आईएनएस किल्टन एक ऐसा युद्धपोत है, जो राडार की पकड़ में नहीं आता है।
- भारतीय नौसेना ने खुद ही इस युद्धपोत को डिज़ाइन किया है, इस युद्धपोत का निर्माण गार्डेन रीच शिप बिल्डर्स एंड इंजीनियर्स ने किया है।
- आईएनएस किल्टन में 81 फीसदी स्वदेशी सामानों का इस्तेमाल किया गया है।
- लक्षद्वीप समूह के पास स्थित एक महत्वपूर्ण द्वीप के नाम पर इस स्वदेशी युद्धपोत का नाम रखा गया है।
- हिंद महासागर में बढ़ रही पनडुब्ब्यिों की सक्रियता को देखते हुए आईएनएस किल्टन जैसे युद्धपोतों की खास आवश्यकता महसूस की जा रही थी।
- आईएनएस किल्टन में 76 एमएम की गन, क्लोज इन वेपन सिस्टम तथा दो मल्टी बैरल 30 एमएम गन जैसे घातक हथियार लगे हुए हैं।
- इस युद्धपोत को सरफेस टू एयर मिसाइल से भी युक्त किया गया है। इस युद्धपोत पर एंटी सबमरीन वारफेयर हेलीकाप्टर की तैनाती की गई है। जाहिर है स्वदेशी युद्धपोत आईएनएस किल्टन इंडियन नेवी के लिए मील का पत्थर साबित होगा।