टीम वर्क, यारी दोस्ती और निस्वार्थ सेवा जैसी 6 अनूठी मिसाल पेश करती हैं भारतीय सेना
इंटरनेट डेस्क। शौर्य और पराक्रम दूसरा नाम हैं 'भारतीय सेना', जिस पर हमें नाज हैं। देश आज 72 वां स्वतंत्रता दिवस सेलिब्रेट कर रहा हैं। इस कड़ी में आज हम आपको भारतीय सेना के कुछ मूल मन्त्रों से परिचित करवाने जा रहे हैं, जिन्हें हर देशवासी को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। चलिए जानते हैं भारतीय सेना के आदर्श गुणों के बारे में जिनसे हम कुछ सीख ले सकते हैं।
विविधता: भारतीय सेना की विभिन्न टुकड़ियों के मध्य परस्पर समन्वय,प्रेम और भाईचारे से शानदार उदाहरण कहीं और नहीं मिलेगा।
यारी-दोस्ती: दुनिया के कपट पूर्ण माहौल से इतर भारतीय फ़ौजी,अपनी मित्रता को अपनी जान की बाजी लगाकर भी निभाता है।
लक्ष्य के प्रति केन्द्रित: भारतीय सेना ने कारगिल युद्ध हो या सियाचीन हर स्तिथि में अपने लक्ष्य को विकट परिस्थितियों में यथावत बनाए रखा।
निस्वार्थ सेवा: भारतीय सेना एक मात्र ऐसा संगठन है जो अपने आराम और सुरक्षा को ताक पर रखकर देश को पहली प्राथमिकता देता है।
अनुशासन: रोजमर्रा के जीवन में भारतीय सेना सेकेण्ड का समय भी बहुत कीमती माना जाता है। सैन्य परेडों में आप इसकी उदारहण देख सकते हैं।
टीम वर्क: भारतीय सेना में मनमुटाव नहीं है। इसी कारन सेना की विभिन्न रेजीमेंट और बटालियंस की आपस में परफेक्ट बोन्डिंग होती है।