इंटरनेट डेस्क। कैप्टन अमरिंदर सिंह ना केवल पंजाब के मुख्यमंत्री हैं, बल्कि कांग्रेस पार्टी के एक दिग्गज नेता भी हैं। लोकसभा चुनाव 2014 के दौरान पूरे देश में मोदी लहर के बावजूद अमरिंदर सिंह ने बीजेपी नेता अरुण जेटली को चुनावी शिकस्त दी थी।

पटियाला राजपरिवार में जन्मे अमरिंदर सिंह के पिता का नाम महाराजा यादविंदर सिंह और मां मोहिंदर कौर थीं। अमरिंदर सिंह की पत्नी प्रेनीत कौर साल 2009-14 तक यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रह चुकी हैं। एनडीए और इंडियन मिलिट्री एकेडमी से शिक्षा प्राप्त अमरिंदर सिंह ने 1963 में भारतीय सेना ज्वाइन कर ली, इसके बाद 1965 के युद्ध में बतौर कैप्टन अपनी सैन्य टुकड़ी का नेतृत्व करने के बाद सेना से त्यागपत्र दे दिया।

माना जाता है कि स्कूली दिनों में दोस्त रहे राजीव गांधी ने अमरिंदर सिंह को कांग्रेस में एंट्री दिलवाई थी। साल 1980 के लोकसभा चुनाव में अमरिंदर सिंह पहली बार चुनाव जीतकर सांसद बने। जानकारी के लिए बता दें कि कैप्टन अमरिंदर​ सिंह ने साल 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार की घटना के विरोध में ना केवल लोकसभा सदस्यता त्याग दी, बल्कि कांग्रेस पार्टी भी छोड़ दी थी।

अमरिंदर सिंह इसके बाद शिरोमली अकाली दल में शामिल हो गए। राज्य विधानसभा चुनाव में इस पार्टी से वह जीते और मंत्री भी बनाए गए, लेकिन 1992 में अमरिंदर सिंह ने शिरोमली अकाली दल छोड़कर शिरोमणि अकाली दल (पी) नाम से नई पार्टी का गठन किया। बाद में उन्होंने साल 1998 में एक बार फिर से अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर लिया।

गौरतलब है कि दोबारा कांग्रेस पार्टी की सदस्या ग्रहण करने के बाद से अमरिंदर सिंह साल 1999 से लेकर 2002 तक तथा 2010 से 2013 तक पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने रहे। 2002 से लेकर 2007 पंजाब सरकार की सत्ता संभालने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह वर्तमान में इस राज्य के मुख्यमंत्री हैं।

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