पहले बहन का बलात्कार किया, फिर भाई को मार डाला.., दोनों का आरोपी AAP का कार्यकर्ता इरफ़ान
नई दिल्ली: इरफान सिद्दीकी और उनके भाई सानू ने देश की राजधानी सुल्तानपुरी में 17 जनवरी 2022 को एक दलित शख्स हीरालाल गुजराती की हत्या कर दी. कुछ दिन पहले ही इरफान जेल से बाहर आया था। हीरालाल की बहन से रेप के आरोप में उन्हें जेल में डाल दिया गया था। पीड़ित परिवार का कहना है कि आरोपी सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के स्थानीय विधायक मुकेश अहलावत का है। हालांकि अब आप विधायक ने दावा किया है कि उन्होंने छह महीने पहले इरफान को पार्टी से निकाल दिया था।
अपनी सगी बहन की इज्जत आबरू के लिए आवाज उठाना भी अब मुश्किल ?
दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में 17 जनवरी को हीरा गुजराती को सरेआम चाकू से और गोलियों से मोहम्मद इरफान नाम ने मार दिया
इरफान अपराध के अन्य मामलों में जेल से पैरोल पर बाहर आया था
हत्यारा AAP का नेता है pic.twitter.com/36hkZRcGGP — Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) January 20, 2022
इलाके में इरफान की दहशत का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि हीरालाल की हत्या के बाद उनके घर पर एक पोस्टर चिपका दिया गया है. इस पर लिखा है कि- यह मकान बिकाऊ है, मुसलमानों के दहशत की वजह से। वहीं बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने एक ट्वीट में लिखा है कि 'अपनी सगी बहन के सम्मान के लिए अब आवाज उठाना मुश्किल है? हीरा गुजराती की 17 जनवरी को दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में मोहम्मद इरफान ने चाकू और गोलियों से सरेआम हत्या कर दी थी। इरफ़ान अपराध के अन्य मामलों में पैरोल पर जेल से बाहर आया था।
अपने ट्वीट में कपिल मिश्रा ने एक फोटो भी शेयर की है, जिसमें इरफान सिद्दीकी ने खुद को आप अल्पसंख्यक विंग का अध्यक्ष बताया है। इस मामले को लेकर हिंदू संगठनों ने भी विरोध जताया है। बीजेपी युवा नेता विशाल सिंह ने ट्विटर पर सुल्तानपुरी थाने के पास विरोध प्रदर्शन का वीडियो शेयर किया है.
वहीं, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने हीरालाल की हत्या के विरोध में इलाके में बोर्ड लगा दिया है. उस बोर्ड में 20 जनवरी को सुबह 11 बजे जनता के विरोध का भी आह्वान किया गया था. इसके साथ ही बड़े-बड़े शब्दों में लिखा था 'हीरे के हत्यारों को फांसी दो' और 'नरसिम्हा को न्याय दो'। बता दें कि जब हीरालाल की हत्या हुई थी तो उनके साथ 42 वर्षीय नरसिंह भी मौजूद था। उसे भी गोली लगी है और उसका इलाज चल रहा है।