कमल छाप मास्क पहनने के लिए बिहार के इस मंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज
पटना: बिहार राज्य में भाजपा उम्मीदवार को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करना महंगा पड़ गया है। बीजेपी के पोलिंग बूथ पर कमल प्रिंट मास्क पहनने के मामले में उम्मीदवार प्रेम कुमार के खिलाफ एफआईआर होने जा रही है। यह जानकारी रिटर्निंग ऑफिसर के हवाले से सामने आई है।
बिहार में आज 16 शहरों की 71 विधानसभा सीटों के लिए पहले चरण के लिए मतदान हो रहा है। आचार संहिता के उल्लंघन का यह मामला गया शहरी सीट का है। इस सीट से भाजपा के टिकट पर बिहार सरकार में कृषि मंत्री प्रेम कुमार चुनाव लड़ रहे हैं। प्रेम कुमार सात बार विधायक रहे हैं, लेकिन बुधवार सुबह जब वह अपना वोट डालने गए, तो वह सीओवीआईडी -19 से सुरक्षा के लिए पहने गए कमल छाप मास्क के साथ अंदर गए।
इस मामले में, जब प्रेम कुमार से आचार संहिता उल्लंघन के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि उनका ऐसा कोई इरादा नहीं था। लेकिन मीडिया में रिपोर्ट आने के बाद रिटर्निंग ऑफिसर ने इस पर संज्ञान लिया है और उम्मीदवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बात कही है। गौरतलब है कि बिहार में COVID-19 संकट के बीच विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। चुनाव आयोग ने COVID-19 से बचने के लिए सभी प्रकार के दिशानिर्देश भी तैयार किए हैं। मतदाताओं का चेकअप भी किया जा रहा है। उन्हें मास्क पहनने के लिए भी कहा गया है। लेकिन पोलिंग बूथ पर किसी भी पार्टी के चुनाव चिन्ह के साथ कोई भी कपड़ा या कोई अन्य चीज पहनने की मंजूरी नहीं है।