मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED ने गुरुवार को झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन से आठ घंटे से भी ज्यादा पूछताछ की। सोरेन से उनके विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को लेकर ED ने सबसे ज्यादा दागे। सोरेन से ये जानने की कोशिश की गई कि क्या वो पंकज मिश्रा को पहले से जानते थे या नहीं और क्या उसके गैरकानूनी धंधों की सीएम को पहले से जानकारी थी. बता दें कि PMLA एक्ट के तहत ED ने 19 जुलाई को पंकज मिश्रा को गिरफ्तार किया थ।


इस मामले में बच्चू यादव और प्रेम प्रकाश भी आरोपी बनाए गए और फिलहाल दोनों ज्यूडिशियल कस्टडी में है। ED ने पंकज मिश्रा और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की तब 37 बैंक अकाउंट्स में 11.88 करोड़ रुपये मिले जिन्हें सीज कर दिया गया। वहीं प्रेम प्रकाश के ठिकानों पर की गई छापेमारी में ED को झारखंड पुलिस की दो AK-47 राइफल भी मिलीं। इसी कड़ी में साहिबगंज, बरहेट, राजमहल, मिर्जा चौकी और बरहरवा समेत 19 ठिकानों पर भी ED ने तलाशी ।

सीएम हेमंत सोरेन ने ED की इस कार्रवाई को अपने खिलाफ साजिश और राज्य सरकार को अस्थिर करने की कोशिश बताया है । सोरेन ने कहा कि अब राज्यपाल भी राजनीति का हिस्सा बन चुके हैं और संवैधानिक पद पर बैठे लोगों को जिम्मेदारी से काम करना चाहिए। बकौल सोरेन, जिस भी मामले में उनपर जांच की जा रही है वो आरोप कहीं से भी संभव हैं ऐसा नहीं लग रहा। मुझे बतौर सीएम जिस तरह से तलब किया जा रहा है उससे ऐसा लगता है कि मैं देश छोड़कर भागने वाला हूं। दूसरी तरफ उनकी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी पूछताछ के खिलाफ सड़क पर उतरकर प्रदर्शन तेज कर दिया है। वहीं बीजेपी इस मुद्दे पर सीएम सोरेन का इस्तीफा मांग रही है।

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