सिर में गोली लगने के बाद भी दुश्मनो से लड़ते रहे CRPF कमांडेंट प्रमोद कुमार
इंटरनेट डेस्क। दोस्तों आपको बात दे की राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने सोमवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF-सीआरपीएफ) अधिकारियों और जवान को अद्वितीय अनमोल बहादुरी के लिये सम्मानित किया। आपकी जानकारी के लिए बता दे की CRPF की 49 बटालियन के कमांडेंट प्रमोद कुमार स्वतंत्रता दिवस पर सुबह 8.29 बजे तिरंगा फहरा रहे थे। दोस्तों आपको बता दे की इसी दौरान एनकाउंटर की खबर आई।
श्रीनगर के नॉहट्टा चौक पर एक पुरानी बिल्डिंग में छिपे आतंकी ने 28 बटालियन CRPF टुकड़ी पर हमला बोल दिया।इस सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए वह बिजली की गति से अपनी टुकड़ी के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने भारी गोलीबारी के बीच घायल जवानों को निकालकर उनकी जगह दूसरे जवानों को तैनात किया।
दोस्तों आपको बतादे की इसके बाद अन्य कमांडरों के साथ लक्षित भवन को चारों ओर से घेर लिया। वह अपने बुलेटप्रूफ व्हीकल में जवानों के साथ भीषण गोलीबारी में डट गए। पूरी दक्षता से आतंकियों के छिपने के ठिकाने के बिलकुल नजदीक तक गए और एक लटके हुए आतंकी के पैर में गोली मारकर उसे घायल कर दिया।
दोस्तों आपको बता दे की अपनी सुरक्षा की तनिक भी परवाह न करते हुए वह गाड़ी से उतरे और घायल आतंकी पर गोली चलाई। लेकिन इसी बीच एक अन्य आतंकी द्वारा चलाई गई गोली उनके सिर को चीरती हुई निकल गई। उन्हें तुरंत नजदीकी आर्मी अस्पताल ले जाया गया जहां पर उन्होंने अंतिम सांस ली। उनकी असाधारण वीरता अनुकरणीय साहस के लिए उन्हें मरणोपरांत ‘कीर्ति चक्र’ प्रदान किया गया है।