नागरिकता बिल: देश के लिए कितना सही है अमित शाह का यह फैसला जानिए यहां
लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल, 2019 पर देर रात तक चर्चा के बाद लोकसभा में बहुमत से पास कर दिया गया। लेकिन इस बिल को लेकर विपक्ष बेहद कड़ा रुख़ अख़्तियार कर रहा है, और इसे संविधान की भावना के विपरीत बता रहा है। लेकिन नागरिकता संशोधन बिल का जोरशोर से विरोध कर रही कांग्रेस पार्टी को बिल पास होने के बाद लोकसभा में बिल के समर्थन में जोरदार भाषण देकर गृहमंत्री अमित शाह ने विपक्षियों का मुंह बंद कर दिया।
वही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सुप्रीम कोर्ट के वकील कपिल सिब्बल ने कहा की – गृहमंत्री अमित शाह को हमारे इतिहास की जानकारी नहीं है और न ही उन्होंने हमारे संविधान को ठीक से पढ़ा है। सिब्बल ने कहा, मैं चाहूंगा कि अमित शाह ध्यान से संविधान पढ़ें और अच्छे से इतिहास की जानकारी लें।
वही ओवैसी ने खा कि यह क़ानून इसलिए बनाया जा रहा है ताकि दोबारा बंटवारा हो और यह हिटलर के क़ानून से भी बदतर है, हम मुसलमानों का गुनाह कि हम मुसलमान हैं. मैं पूछता हूं कि श्रीलंका के 10 लाख तमिल, नेपाल के मधेसी क्या हिंदू नहीं हैं. म्यांमार में चिन, काचिन, अराकान लोगों को क्यों नहीं इसमें शामिल किया गया. यह स्वतंत्रता दिलवाने वाले लोगों की बेज़्ज़ती है।