इंटरनेट डेस्क। राजस्थान विधानसभा की चुनाव तिथियां घोषित होने को हैं। बीजेपी ने तो प्रधानमंत्री की सभा से लोकसभा व विधानसभा चुनाव का बिगुल भी बजा दिया है, चाहे सरकारी पैसे के दम पर ही सही। कांग्रेस भी पूरी तैयारी के साथ उतरने को है, वहीं सत्तारूढ़ होने के हरसंभव प्रयास भी करेगी।

मगर कोई तो ऐसी नीति बने, जिससे लगे कि कांग्रेस कुछ नया करने का साहस जुटा रही है? तीन-तीन बार हारे हुए लोग भी कांग्रेस में ख्नख्रइ का टिकट पाने की जुगाड़ में हैं। कोई तो ऐसी नीति बने जिससे लगे कि जुगाडू किस्म के लोगों, चापलूसी करने वालों, बार-बार हार का मुंह देखने वालों, नेताओं के नाते रिश्तेदारों की वजाय पार्टी के लिए समॢपत व साख वाले लोगों को कांग्रेस ख्नख्रइ का टिकट देने का साहस जुटा सके,जिससे 2013 विधानसभा चुनाव की जैसी दुर्गति से बचा जा सके।

मंगलवार 17 जुलाई को कांग्रेस की सर्वोच्च बॉडी कांग्रेस वॄकग कमेटी (एडए) की घोषणा हो चुकी है, जिसमें राजस्थान से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व रघुवीर मीना को 23 सदस्यों की समिति में शामिल किया है। वहीं, अन्य 18 व 10 स्पेशल आमंत्रित व आमंत्रित की सूची भी है, एक में भंवर जितेंद्र भसह को शामिल कर प्रदेश से कुल 3 की संख्या हुई है। निश्चित रूप से इस समिति में राजस्थान से अशोक गहलोत व रघुवीर मीना का सदस्य बनाना स्वागत योग्य है, वहीं विधानसभा चुनाव व लोकसभा चुनाव में अच्छे, साख वाले व पार्टी के लिए समॢपत लोगों को एम पी(ख्नघ्)व ख्नख्रइ (एम एल ए) के टिकट दिये जायेंगे, ऐसी उम्मीद व अपेक्षा लोग कर रहे हैं व इनके मेंबर बनाने का स्वागत ही किया जा रहा है।

अब इनका भी दायित्व बन गया है कि ख्नख्रइ व ख्नघ् के टिकट सही व साख वाले लोगों को ही मिलें, जिससे प्रदेश व देश में पार्टी सत्तारूढ़ होने की राह पकड़ सके। मेरी ओर से अशोक गहलोत जी व रघुवीर मीना जी को एडए मेंबर बनाने की हाॢदक बधाई व शुभकामनाएं। आशा व उम्मीद करता हूँ कि आप अपने दायित्वों पर खरे उतरेंगे। राहुल गांधी जी व सोनिया गांधी जी का आभार जिन्होंने सही फैसला कर राजस्थान से इन दोनों के अलावा भंवर जितेंद्र भसह को भी आमंत्रित सूची में शामिल किया।

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