अटल बिहारी वाजपेयी सर्वे में चुनाव हार चुके थे, लेकिन अंजाम कुछ और ही निकला
यह बात लोकसभा चुनाव-1991 की है। जब यूपी के एक प्रमुख समाचारपत्र में सर्वे की एक खबर छपी थी कि अटल बिहारी वाजपेयी अपने चुनावी प्रतिद्वंदी से बहुत पीछे चल रहे है। इस सर्वे से अटल बिहारी वाजपेयी बहुत नाराज हुए थे।
उस दिन शाम को अटल बिहारी वाजपेयी लखनऊ में कार्यकर्ता सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे तब कुछ लोगों को लगा कि वह अखबार के प्रति नाराजगी व्यक्त करेंगे। लेकिन उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि सर्वे के अनुसार मैं चुनाव में पिछड़ चुका हूं और बहुत पीछे चल रहा हूं, इसलिए कार्यकर्ता सर्तक हो जाएं।
जब लोकसभा चुनाव-1991 का चुनाव परिणाम सामने आया तो सभी सर्वे और आंकड़े पीछे छूट गए। आपको बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी 1 लाख 15 हजार से भी ज्यादा वोटों से चुनाव जीत चुके थे।
लोकसभा क्षेत्र लखनऊ का 1991 का चुनावी परिणाम इस प्रकार रहा-
अटल बिहारी वाजपेयी : 1,94,886 वोट
रंजीत सिंह : 77,583 वोट
हीरू सक्सेना : 59,385 वोट
1996 के लोकसभा चुनाव में भी अटल बिहारी वाजपेयी को हराने के लिए विपक्षियों ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर फिल्म अभिनेता राज बब्बर को चुनाव मैदान में उतार दिया। इस चुनाव के लिए सहारा प्रमुख सुब्रत राय ने राज बब्बर की खूब मदद की थी। बताया जाता है कि लखनऊ की जनता ने पहली बार हैलिकॉप्टर से प्रचार होते देखा था। लेकिन आखिर 52.25 फीसदी वोटों के साथ 1 लाख 20 हजार वोटों से अटल बिहारी वाजपेयी जीत गए।
1996 का चुनाव परिणाम इस प्रकार रहा-
अटल बिहारी वाजपेयी : 3,94,865 वोट
राज बब्बर : 2,79,194 वोट