राजस्थान के जोधपुर में मशहूर जादूगर लक्ष्मण सिंह गहलोत के घर जन्मे अशोक गहलोत राजस्थान के दिग्गज कांग्रेस नेताओं में से एक हैं। हांलाकि विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस हाईक​मान ने राजस्थान के मुख्यमंत्री पद के लिए अशोक गहलोत के नाम का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करते ही अशोक गहलोत राजस्थान की सत्ता पर तीसरी बार काबिज होंगे।

बता दें कि अशोक गहलोत के पिता लक्ष्मण सिंह गहलोत पेशे से मशहूर जादूगर थे। अशोक गहलोत ने विज्ञान और कानून विषय से स्नातक करने के बाद अर्थशास्त्र से एमए की पढ़ाई की है।

यूथ कांग्रेस और सेवा दल से राजनीति सफर की शुरूआत करने वाले अशोक गहलोत कांग्रेस की मुख्य धारा में जा पहुंचे। 34 साल की उम्र में अशोक गहलोत कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष बनाए गए।

1998 में जब अशोक गहलोत को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाया गया, उस वक्त वह विधायक भी नहीं थे। इसलिए सरदारपुर से उप चुनाव जीतकर विधायक बने।

अशोक गहलोत क्रमश: 1998 से 2003 तथा 2008 से 2013 तक की अवधि में दो बार राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे। बता दें कि अब वह तीसरी बार राजस्थान की सत्ता संभालेंगे।

साल 1980 से 1999 तक वह 5 बार सांसद निर्वाचित किए गए। मतलब साफ है, अशोक गहलोत करीब 5 बार लोकसभा भी पहुंच चुके हैं। अशोक गहलोत को इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और नरसिम्हा राव के मंत्रिमंडल में काम करने का मौका मिल चुका है।

वह पर्यटन उप-मंत्री, नागरिक उड्डयन, खेल उप-मंत्री, पर्यटन और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री तथा वस्त्र राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का पदभार भी संभाल चुके हैं।

गौरतलब है कि अशोक गहलोत की शादी 27 नवंबर 1977 को सुनीता गहलोत के साथ हुई। गहलोत की दो संतान हैं। बेटे का नाम वैभव है, तो बेटी का नाम सोनिया है। गहलोत को कांग्रेस का सबसे भरोसेमंद नेता माना जाता है।

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