महाराष्ट्र की सियासी जंग समय के साथ और भी पेचीदा होती जा रही है। एक के बाद एक नए नए ट्विस्ट इस महा-जंग में देखने को मिल रहे हैं। महाराष्ट्र के डिप्‍टी सीएम बनते ही ACB ने एनसीपी नेता अजित पवार को बड़ी राहत दी है।

बता दें कि अजित पवार के खिलाफ 70,000 करोड़ रुपए सिंचाई घोटाला केस दर्ज था जो अब बंद किया जा चूका है। जिन जिन मामलों में अजित पवार को क्लीन चिट मिली है उनमे उनका कोई संबंध नहीं है।

लेकिन सिंचाई घोटाले की जांच बंद नहीं हुई है। उनमे अजित पवार के खिलाफ कोई सबूत ना मिलने से उन्हें क्लीन चिट दे दिया गया है। अभी तक जिन टेंडर की जांच की गई है, उनमें एसीबी को अजित पवार के खिलाफ कुछ भी नहीं मिला है।

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एसीबी के डीजी ने कहा है कि सिंचाई घोटाले के 9 केसों में अजित पवार की कोई भूमिका नहीं थी, इन केस को बंद करने के लिए तीन महीने पहले ही अनुशंसा कर दी थी।

अब शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने अजित पवार को एसीबी की ओर से सिंचाई घोटाले में क्लीनचिट मिलने पर सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।

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जानकारी के लिए बता दें कि शनिवार को भाजपा के देवेंद्र फडणवीस की मुख्यमंत्री के रूप में वापसी हुई जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

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