राजीव की हत्या के वर्षों बाद इस खास वजह से सोनिया गांधी ने संभाली थी कांग्रेस की बागडोर
इंटरनेट डेस्क। सोनिया गांधी ने एक कार्यक्रम में अपने पति राजीव गांधी के राजनीति में कदम रखने की बात पर बेबाकी से अपने विचार प्रकट किए थे। उन्होंने कहा था कि वह कत्तई नहीं चाहती थीं कि राजीव गांधी राजनीति में अपना कदम रखें। उस वक्त के हालात बिल्कुल ही अलग थे।
मुझे पता था कि यदि वह राजनीति में उतरेंगे तो परिवार को अपना वक्त बिल्कुल ही नहीं दे पाएंगे। सोनिया गांधी ने कहा कि मुझे पहले से ही आशंका थी कि कुछ लोग कहीं मेरे पति की भी हत्या ना कर दें, क्योंकि मेरी सास के साथ पहले ही ऐसा हो चुका था। मैं कुछ कर पाती इससे पहले ही वह राजनीति में अपना कदम रख चुके थे, जिससे वापस लौटना अब बहुत मुश्किल था।
कांग्रेस की बागडोर अपने हाथ में लेने पर अपनी राय बेबाकी से सार्वजनिक करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि राजीव की हत्या के बाद वह वर्षों तक राजनीति से दूर रहीं, इसकी असली वजह यह थी कि मैं खुद राजनीति में नहीं आना चाहती थी।
लेकिन कुछ ही सालों बाद कांग्रेस अपने मुश्किल दौर से गुजर रही थी, फिर मैंने कांग्रेस को मजबूत करने का निर्णय लिया। सोनिया गांधी के मुताबिक, मैंने देखा कि कांग्रेस अपने मुश्किल दौर से गुजर रही है, फिर भी मैं राजनीति में जाने की कोशिश तक नहीं कर रही हूं, मुझे लगा कि मैं शायद कायर हूं।