भारत के सबसे चर्चित मिशन चंद्रयान 2 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च होगा। ये यान 13 भारतीय उपकरणों को अपने साथ ले जाएगा। चंद्रयान-2 सोमवार तड़के 2 बजकर 51 मिनट पर उड़ान भरने वाला था लेकिन तय उड़ान से 56 मिनट 24 सेकेंड पहले तकनीकी खराबी की वजह से इसकी लॉन्चिंग को टाल कर दिया गया। कुछ दिनों से इसकी लॉन्चिंग की तैयारी चल रही है।


इस चंद्रयान-2 का नाम GSLV मार्क III-M1, है। इस मिशन के बाद भारत चांद पर ऐसा करने वाला पहला देश बन जायेगा। आपको बता दे कि चंद्रयान-2 चांद के साउथ पोल पर लैंड करेगा। अभी तक कोई भी देश चांद के इस छोर पर नही पहुंचा है। अगर ये मिशन सफल होता है तो भारत इतिहास रच देगा।


चंद्रयान-2 की लागत करीब 943 करोड़ की बताई जा रही है। चंद्रयान-1 में सिर्फ ऑर्बिटर शामिल था जो कि चांद के चक्कर लगा रहा था। लेकिन चंद्रयान-2 में इस बार रोवर, लैंडर और ऑर्बिटर शामिल है। इसकी सफल लैंडिंग के बाद रोवर चांद के वातावरण में आसानी से घूम सकेगा और इसकी तस्वीरें और जानकारी ISRO को देगा। साथ ही में चांद में पानी की खोज भी ISRO ने ही कि थी। अब देखना ये होगा कि चंद्रयान-2 चांद की और कौनसी कौनसी सच्चाई सामने लाता है।

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