भगोड़े माल्या की घेराबंदी के बाद अब चौकसी की बारी, प्रत्यर्पण में पूरी मदद करेगा एंटीगुआ
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दोस्तों, आपको बता दें कि भगोड़े विजय माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर लंदन में पूरी तैयारी चल रही है। यहां तक कि मुंबई के जिस जेल में भगोड़े माल्या को कैद किया जाएगा, उसकी वीडियो भी लंदन कोर्ट ने मंगा रखी है। इसी क्रम में अब पीएनबी घोटाले के आरोपी मेहुल चौकसी की भी मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं।
बता दें कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संयुक्त राष्ट्र में एंटीगुआ और बारबुडा के विदेश मंत्री ईपी चेत ग्रीन से मेहुल चौकसी के प्रत्यर्पण को लेकर बातचीत की, जिसमें उन्हें सफलता हाथ लगी है। एंटीगुआ के विदेश मंत्री ईपी चेत ग्रीन ने मेहुल चौकसी के प्रत्यर्पण मामले में हर संभव मदद देने का वादा किया है।
दोस्तों, यह बात आपको बता दें कि पीएनबी घोटाले का आरोपी मेहुल चौकसी इस समय एंटीगुआ में ही है। ऐसे में एंटीगुआ के विदेश मंत्री ग्रीन को उनकी समकक्ष सुषमा स्वराज यह समझाने में कामयाब रहीं कि मेहुल चौकसी भारत में कितना बड़ा घोटाला करके इस समय एंटीगुआ में आ छुपा है। अब ग्रीन की मदद से मेहुल चौकसी को भारत लाने की कवायद शुरू हो चुकी है।
दोस्तों, भारतीय एजेंसियों को जब से इस बात की पुष्टि हुई है कि भगोड़ा मेहुल चौकसी एंटीगुआ में है, तब से उसे स्वदेश लाने की पूरी कोशिश की जा रही है। अभी कुछ ही दिनों पहले एंटीगुआ सरकार की तरफ से बयान आया था कि भारत की ओर से पुलिस क्लियरेंस मिलने के बाद ही इस भगोड़े कारोबारी को एंटीगुआ की नागरिकता मिली है।
गौरतलब है कि मेहुल चौकसी ने मई 2017 में एंटीगुआ सरकार से इस देश की नागरिकता के लिए आवेदन किया था। जिसके लिए उसने जरूरी कागजात भी जमा किए थे। संबंधित जरूरी कागजातों में भारतीय पुलिस का क्लियरेंस सर्टिफिकेट भी शामिल था।