बुराड़ी के बाद झारखंड में एक ही परिवार के सात लोगों के मिले शव, कही ये तो नहीं कारण
इंटरनेट डेस्क। दिल्ली के बुराड़ी में एक ही परिवार के 11 लोगों की मौत को एक माह का समय पूरा हो चुका है लेकिन अब तक भी इस मामले का कोई खुलासा नहीं हो पाया हैै, पुलिस और सीबीआई हर एंगल से अपनी जांच कर चुकी है लेकिन अभी इसमें फाइनल तौर पर यह नहीं कहा जा रहा की कारण क्या रहे, इधर एक और ऐसा ही मामला सामने आया है झारखंड के रांची में जहां एक ही परिवार के सात लोगों के शव घर में मिले है। इन लोगों की मौत के पीछे क्या कारण रहे अभी तक कोई खुलासा नहीं हो पाया है।
आत्महत्या के पीछे क्या हो सकते है कारण?
बुराड़ी कांड में तो जो बाते सामने निकलकर आई उनके अनुसार परिवार ने पूजा पाठ के चक्कर में अपनी जान दे दी। लेकिन रांची में एक ही परिवार के सात लोगों की मौत ने फिर एक बार बुराड़ी कांड की यादों को ताजा कर दिया है। रांची में हुए इस घटनाक्रम को पुलिस हर एंगल से देख रही है, चाहे फिर वो आर्थिक तंगी हो, सामूहिक हत्या हो आत्महत्या हो या फिर एक बार कोई आत्मा, पूजा पाठ का मामला हो, ये सब बाते तभी सामने आ पाएगी जब इस मामले में पुलिस जांच पूरी हो जाएगी।
दोनों घटनाओं में हो सकती है समानताः
बुराड़ी और रांची की दोनों घटनाआें को एक समानता से भी देखा जा सकता है, वो इसलिए की बुराड़ी के भाटिया परिवार के 11 लोगों के शवों में से 9 लोगों ने फांसी एक जगह लगाई, जबकी एक महिला ने फांसी दूसरी जगह लगाई और परिवार की सबसे बुजुर्ग महिला का शव बेड़ पर पड़ा मिला, ऐसा ही रांची की घटना में सामने आया है यहां भी दो लोगों ने फांसी लगाई जबकी पांच लोगों के शव एक साथ बेड़ पर मिले है और किसी आठवें व्यक्ति के कोई फिंगर प्रिंट नहीं मिले हैं, उधर बुराड़ी में भी 11 के अलावा 12वें व्यक्ति के फिंगर प्रिंट नहीं मिले थे।
धार्मिक अनुष्ठान तो नहीं जिम्मेदार:
रांची घटना को धार्मिक अनुष्ठान के साथ इसलिए जोड़कर देखा जा सकता है क्योंकि इस परिवार का एक डेढ़ वर्ष का बच्चा बहुत समय से बीमार था और उसके इलाज के लिए परिवार ने वो हर जतन किए जो वो कर सकता था, इस घटना में ये भी हो सकता है की बच्चे की बीमारी ठीक करने के लिए परिवार ने किसी तांत्रिक का सहारा लिया हो और पूजा पाठ कही बाहर किए हो, और बाद में वहीं बुराड़ी के भाटिया परिवार की तरह अपनी जान दे दी हो। हालांकि इनके घर में कोई भी पूजा पाठ होने के सबूत नहीं मिले है, लेकिन यह भी बात सामने आई है की परिवार ने इलाज के लिए लाखों रूपए का कर्ज भी लिया था।