कोरोना संकट के दौरान परदेश में फँसे और पाई-पाई को मोहताज़ ग़रीब और प्रवासी मज़दूरों के लिए काँग्रेस की ओर से मदद का हाथ बढ़ाने की पेशकश से बीजेपी ख़ेमा सकपका गया है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा पार्टी की ओर से श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में प्रवासी मजूदरों का किराया वहन करने की घोषणा के बाद अब केन्द्र सरकार की ओर से भी बयान आया है।

कोरोना के बीच अब एक और खतरनाक बीमारी ने दी दस्तक, सामने आया बीमारी का पहला मामला

रेल मंत्रालय ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मजदूरों के टिकट के लिए केवल 15 प्रतिशत रुपए ही लिए जा रहे हैं, वह भी राज्य सरकारों की ओर से भुगतान किया जाएगा।

पहली बार खुलकर सामने आया कोरोना, देखें-कैसे करता है शरीर के आंतों पर हमला

रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने लॉकडाउन के कारण फंसे हुए प्रवासी श्रमिकों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए इस सुविधा को बढ़ाया गया है। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार पर संकट की इस घड़ी में भी श्रमिकों से रेल टिकट की कीमत वसूलने का आरोप लगाया था। आपको बता दे सोनिया गाँधी ने ऐलान किया कि परदेश में फँसे प्रवासियों को उनके गृह राज्यों तक भेजने का रेल भाड़ा यदि केन्द्र सरकार और रेलवे नहीं भर सकती तो काँग्रेस उनका ख़र्च उठाएगी।

Related News