एडोल्फ हिटलर रोज खाता था 28 तरह की दवाईयां, हुई थी यह गंभीर बीमारी
विश्व इतिहास में तानाशाह एडोल्फ हिटलर सर्वाधिक चर्चित व्यक्तियों में से एक है। अगर आज भी कोई व्यक्ति यदि किसी के साथ क्रूर व्यवहार करता है तो उसे हिटलर नाम दे दिया जाता है। ऐसे में आप समझ सकते हैं कि एडोल्फ हिटलर कितना क्रूर शासक था। इस स्टोरी में आज हम आपको एडोल्फ हिटलर से जुड़ी कुछ ऐसी रोचक बातें बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं।
20 अप्रैल, 1889 को ऑस्ट्रिया में जन्मे तानाशाह हिटलर का मन पढ़ाई में कभी नहीं लगा। वह कभी कॉलेज का मुंह तक देख नहीं पाया। पढ़ाई छोड़कर उसने पेंटिंग में अपनी किस्मत आजमाई लेकिन उसमें भी वह दो बार फेल रहा।
16 साल की उम्र में ही हिटलर ने स्कूल छोड़कर पोस्टकार्ड पर चित्र बनाकर अपनी आजीविका चलानी शुरू कर दी थी। प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान वह सेना में भर्ती हो गया, जहां उसे दो बार आयरन क्राॅस से सम्मानित किया गया।
प्रथम विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटेन के सैनिकों ने घायल हिटलर की जान बख्श दी थी, लेकिन उसी तानाशाह हिटलर ने यहूदियों का चुनचुनकर कत्लेआम करवाया था।
एडोल्फ हिटलर चॉकलेट खाने का इतना शौकीन था कि वह एक दिन में कम से एक किलो चॉकलेट खा जाता था।
हैरानी की बात यह है कि यह क्रूर शासक हमेशा शाकाहारी रहा।
बताया जाता है कि हिटलर हर रोज 28 तरह की दवाईयां खाता था। उसे पेट फूलने की बीमारी थी।
मनोरंजन की बात करें तो एडोल्फ हिटलर चार्ली चैपलिन का फैन था। इसलिए वह चैपलिन की तरह ही टूथब्रश मूंछें रखता था।
हिटलर के दुश्मनों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसे करीब 42 बार जान से मारने की कोशिश की गई थी।
हिटलर ने अपनी सुरक्षा में करीब 14 लड़कियों को बॉडीगार्ड बनाकर तैनात किया था। क्योंकि हिटलर को अब मर्दों पर भरोसा नहीं रहा था। हिटलर को लगता था कि उसके सुरक्षाकर्मी ही उसे मार देंगे।
आश्चर्य करने वाली बात यह है कि दुनिया पर जुल्म करने वाले हिटलर को 1939 में शांति के नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था।
हिटलर कहा करता है कि यदि किसी देश को जीतना है तो सबसे पहले उस देश की जनता को काबू में करो।
जब रूस ने जर्मनी पर आक्रमण किया तो हिटलर ने 30 अप्रैल, 1945 को खुदकुशी कर ली।