नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी किसानों के आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर हैं। इस बीच, आज उन्होंने केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे 60 से अधिक किसानों की मौत पर मोदी सरकार पर निशाना साधा। इसके साथ ही राहुल गांधी ने कहा है कि सरकार को अपनी जिद छोड़ देनी चाहिए और तीनों कृषि विरोधी कानूनों को रद्द कर देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि कुछ बुर्जुआ मित्रों को लाभ पहुंचाने के कारण, मोदी सरकार किसानों की मांग पर जोर नहीं देने के बारे में अडिग है और लगातार किसानों के साथ अन्याय कर रही है। मंगलवार को राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'मोदी सरकार के भेदभावपूर्ण रवैये और अड़ियल रवैये के कारण 60 से अधिक किसानों ने अपनी जान गंवाई है। भारत सरकार उसके आँसू पोंछने के बजाय रोती हुई गैस से उस पर हमला कर रही है। यह क्रूरता केवल अपने कुछ पूंजीवादी दोस्तों के कारोबार को बढ़ाने के लिए की जा रही है। मोदी सरकार ने जिद छोड़ दी और किसान विरोधी कानूनों को रद्द कर दिया। '

कृषि से संबंधित तीन कानूनों को वापस लेने और फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को कानूनी दर्जा देने के लिए किसान संगठनों का आंदोलन 41 वें दिन आज दिल्ली की सीमा पर जारी रहा। पिछले तीन दिनों से मौसम खराब होने के बाद भी किसान संगठनों के नेता और कार्यकर्ता राजधानी की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

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