मायावती ने तोड़ा सपा के साथ गठबंधन, कहा- आगे होने वाले चुनाव अपने दम पर लड़े BSP
मायावती ने आज औपचारिक रूप से अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन को समाप्त करने का आह्वान करते हुए ट्वीट किया कि आगे जाकर, उनकी पार्टी अपने दम पर सभी बड़े और छोटे चुनाव लड़ेगी। ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, बहुजन समाज पार्टी ने अखिलेश यादव के खिलाफ ये ट्वीट किया, जिसके साथ उन्होंने तीन सप्ताह पहले सौहार्दपूर्ण संबंध रखने का वादा किया था। इस साल के अंत में विधानसभा सीटों का एक उपचुनाव होगा।
मायावती ने एक ट्वीट किया कि "वैसे भी जगजाहिर है कि सपा के साथ सभी पुराने गिले-शिकवों को भुलाने के साथ-साथ सन् 2012-17 में सपा सरकार के बीएसपी व दलित विरोधी फैसलों, प्रमोशन में आरक्षण विरूद्ध कार्यों एवं बिगड़ी कानून व्यवस्था आदि को दरकिनार करके देश व जनहित में सपा के साथ गठबंधन धर्म को पूरी तरह से निभाया।"
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि "परन्तु लोकसभा आमचुनाव के बाद सपा का व्यवहार बीएसपी को यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या ऐसा करके बीजेपी को आगे हरा पाना संभव होगा? जो संभव नहीं है। अतः पार्टी व मूवमेन्ट के हित में अब बीएसपी आगे होने वाले सभी छोटे-बड़े चुनाव अकेले अपने बूते पर ही लड़ेगी।"
कल, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ एक बैठक के बाद, मायावती ने अखिलेश यादव पर नतीजों के बाद उन्हें नहीं बुलाने, और "गैर-यादव पिछड़े समुदायों" के खिलाफ काम करने और यहां तक कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए मुसलमानों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया था।
पार्टी के सूत्रों ने संकेत दिया कि उनकी टिप्पणी 11 विधानसभा सीटों पर आने वाले उप-चुनावों के मद्देनजर उनके पारंपरिक अनुसूचित जाति के मतदाता आधार को समाप्त करने के लिए थी।
मायावती-अखिलेश यादव गठबंधन पिछले साल गोरखपुर और फूलपुर में उपचुनावों के दौरान सफलता को दोहराने में नाकाम रहे, जिसने विपक्ष को भाजपा को हराने के लिए एक फार्मूला प्रदान किया था।
लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान सपा को जहां 5 सीटें मिली हैं वहीं बीएसपी को 10 सीटें वहीं बीजेपी 62 सीटें पाने में कामयाब हो गई। इस हार के साथ ही बीएसपी सुप्रीमो मायावती सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को निशाने पर ले लिया और कहा कि सपा अपने कोर वोट यादवों का भी समर्थन नहीं पा सकी और यही वजह है कि उनकी पत्नी चुनाव हार गईं। इसके अलावा अब मायावती ने उत्तर प्रदेश की 11 सीटों पर होने वाले विधानसभा उप चुनाव में भी अकेले लड़ने का ऐलान कर दिया है।