आपको बता दें कि मंगलवार सुबह तीन बजकर तीस मिनट पर भारतीय वायुसेना के करीब 12 मिराज-2000 लड़ाकू विमानों ने पीओके में घुसकर कई आतंकी कैंपों को ध्वस्त कर दिया। भारत के विदेश सचिव विजय गोखले ने मंगल सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए इंडियन एयरफोर्स के इस पराक्रम की पुष्टि की है।

विजय गोखले ने बताया कि इंटेलिजेंस के मुताबिक पुलवामा आतंकी हमले के बाद जैश-ए-मुहम्मद भारत में और भी फिदायीन हमले की तैयारी में था। इस हवाई हमले में इंडियन एयरफोर्स ने बालाकोट में मौजूद आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद के सबसे बड़े कैंप को खत्म कर दिया है।

विदेश सचिव विजय गोखले के अनुसार, इस हवाई हमले में जैश-ए-मुहम्मद के कई आतंकी, उसके ट्रेनर और कमांडो मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि इस हवाई हमले में इस बात का ध्यान रखा गया कि वहां के आम लोगों को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हो।

बता दें कि मंगलवार को प्रधानमंत्री आवास पर नरेंद्र मोदी की अगुवाई में कैबिनेट की मीटिंग हुई। इस बैठक में गृहमंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त मंत्री अरुण जेटली, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी मौजूद रहे। इस महत्वपूर्ण बैठक में क्या बात हुई, अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हुआ है।

सूत्रों के मुताबिक भारतीय वायुसेना के इस हवाई हमले का जवाब देने के लिए पाकिस्तान के एफ-16 विमानों ने उड़ान तो भरी लेकिन इंडियन एयरफोर्स के 12 मिराज 2000 विमानों को देखकर वापस लौट गए। पाकिस्तान के विरूद्ध दोबारा हुई इस सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान में खलबली मची हुई है।

भारत की हर कार्रवाई का जवाब देने का दावा करने वाले पाकिस्तान को इस हमले के बाद कुछ भी नहीं समझ आ रहा है कि वो क्या करे। हांलाकि आगे की रणनीति तय करने के लिए पाकिस्तान ने आपात बैठक बुलाई है।

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