https://www.jagran.com/news/national-know-why-pslv-45-mission-is-so-important-for-isro-jagran-special-19092219.html?src=p1

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानि इसरो ने सोमवार सुबह 9 बजकर 27 मिनट पर 29 उपग्रहों को अपने रॉकेट पीएसएलवी-45 के जरिए प्रक्षेपित कर दिया। इस मिशन के तहत इसरो ने एक स्वदेशी और 28 विदेशी उपग्रहों को धरती की दो अलग-अलग कक्षा में विस्थापित किया है। इसी अभियान के तहत इसरो ने भारत के एमिसैट (EMISAT) उपग्रह को भी सफलता पूर्वक कक्षा में स्‍थापित कर दिया।

आपको जानकारी के लिए बता दें कि एमिसैट (EMISAT) एक प्राइमरी उपग्रह है, जिसका कुल वजन करीब 436 किलो ग्राम है। एमिसैट को डीआरडीओ और इसरो ने मिलकर बनाया है। आइए जानें, एमिसैट उपग्रह की खासियत।

- एमिसैट देश की सीमा पर होने वाली किसी भी इलेक्ट्रॉनिक या मानवीय गतिविधि पर बखूबी नजर रख सकता है।

- भारतीय सुरक्षा एजेंसियां संचार से जुड़ी किसी भी तरह की गतिविधि पर नजर रखने के लिए एमिसैट का इस्तेमाल कर सकेंगी।

- इस उपग्रह के जरिए रडार सिस्टम पर नजर रखने के साथ ही साथ उनकी लोकेशन का भी पता लगाया जा सकेगा।

- यह उपग्रह सही इलेक्ट्रॉनिक नक्शा बनाने की त्रुटिहीन जानकारी देगा।

- एमिसैट का इस्तेमाल इलेक्‍ट्रोमैग्‍नेटिक स्‍पेक्‍ट्रम को मापने के लिए किया जाएगा।

- मोबाइल समेत अन्य संचार उपकरणों की भी सही जानकारी इकट्ठा करने के लिए इसका उपयोग किया जाएगा।

- एमिसैट बॉर्डर पर सेंसर और रडार पर निगाह रखेगा।

Related News