भारतीय सेना आज विश्व की शक्तिशाली सेनाओं में से एक है जो अपने वीर सैनिकों के बलिदान और पराक्रम के चलते दुनिया भर में जानी जाती है। भारतीय सेना के कुछ सेनाध्यक्ष भी अपनी बहादुरी के कारण काफी पॉपुलर हो चुके हैं। इनकी बहादुरी के कारण भारत सरकार द्वारा इन्हे सम्मानित भी किया जा चूका है। तो आइए जानते हैं इन सेनाध्यक्षों के बारे में।

जनरल विजय कुमार सिंह

भारतीय सेना में जनरल वी के सिंह उर्फ जनरल विजय कुमार सिंह को आज भी लोग जानते हैं। अपनी तेज-तर्रार रणनीतियों के चलते इन्हेंक देश में काफी प्रसिद्वी मिल चुकी हैं। वर्ष 1970 में जनरल वी के सिंह भारतीय सेना में शामिल हुए और इसके बाद इन्होने काफी प्रसिद्धि प्राप्त की। उन्होंने राजपूत बटालियन को जॉइन किया और 2010 में उन्हें भारतीय सेना का प्रमुख बनाया गया। 2 साल तक इस पद पर रह कर इन्होने अपनी सेवाएं दी और आज जनरल वी के सिंह सेना से रिटायर होकर राजनीति में आ चुके हैं। ये गाजियाबाद से बतौर सांसद चुने गयें। इतना ही नहीं इन्हे राष्ट्रपति से परम विशिष्ट सेवा पदक सम्मान भी मिल चूका है।

जनरल बिपिन रावत

वर्तमान में सेना की कमान जनरल बिपिन रावत के हाथों में हैं। वे अपने साहस और जज्बे के कारण काफी प्रसिद्ध है। जनरल रावत के पिता लक्ष्मण सिंह रावत भी भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट जनरल पोस्ट से रिटायर हो चुके हैं। जनरल बिपिन रावत ने साल 1978 से 11वीं गोरखा राइफल की 5th बटालियन से भारतीय सेना में काम करना और अपनी सेवाएं देना शुरू किया। इनको सबसे पहले मिजोरम में नियुक्ति मिली थी। 2016 में ये सेना के उप-प्रमुख पद पर नियुक्त हुयें और ये अभी सेना में जनरल है।

जनरल दलबीर सिंह सुहाग

जनरल सुहाग भारतीय सेना में अपनी सेवाओं के कारण कई पदक को अपने नाम कर चुके हैं। वर्तमान सेना प्रमुख से पहले जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने ही सेना की बागडौर संभालें रखी थी। इनकी बहादुरी के कारण इन्हे परम विशिष्ट सेवा पदक, विशिष्ट सेवा पदक, उत्तम युद्ध सेवा पदक और अति विशिष्ट सेवा पदकों आदि मिल चुके हैं।

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