हनुमान जी की पूजा-अर्चना करते समय इन बातों का रखें विशेष ध्यान!
गोस्वामी तुलसीदास कृत श्रीरामचरितमानस के मुताबिक हनुमान जी का जन्म मंगलवार को हुआ था, इस कारण मंगलवार के दिन हनुमानजी के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। हिंदू धर्म में यह मान्यता है कि श्रीराम के परम भक्त हनुमान जी श्रद्धालुओं के दुखों को बहुत जल्दी दूर करते हैं।
उज्जैन के इंद्रेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी और ज्योतिर्विद पं. सुनील नागर के मुताबिक हनुमान जी का पूजन और दर्शन करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। आइए जानतें हैं, वो जरूरी बातें।
- हनुमान जी की तीन परिक्रमा करने का विधान है। सुबह के समय हनुमान जी को प्रसाद के रूप में गुड़, नारियल, लड्डू चढ़ाया जाना चाहिए। दोपहर में बजरंग बली को गुड़, घी, गेहूं के आटे से बनी रोटी का चूरमा अर्पित किया जा सकता है।
- शाम के समय हनुमान जी को आम, केले, अमरूद, सेव आदि का भोग लगाना चाहिए।
- सुंदरकांड का पाठ करते समय हनुमान जी को सिंदूर, चमेली का तेल और अन्य पूजन सामग्री भी अर्पित करना चाहिए।
- बजरंग बली को लाल या पीले रंग के फूल अर्पित करने का विधान है।
- हनुमान जी की पूजा करते समय शुद्धता एवं पवित्रता का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
- ध्यान रखें, हनुमान जी को केसर के साथ घिसा लाल चंदन का तिलक लगाना चाहिए।