भारत की ये मिसाइल रूस को भी बेहद आ गई थी पसंद, जानिए खासियतें
हमारा देश भारत सेना की रक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए रूस, इजरायल और अमेरिका तथा फ्रांस आदि देशों से घातक हथियार खरीदता रहता है। लेकिन एक देश ऐसा भी है जो कि भारत से अपने हथियार खरीदता है। हम बात कर रहे हैं रूस की, आप ये पढ़ कर थोड़ा चौंक गए होंगे लेकिन ये 100% सच है।
भारतीय सेना में शामिल सुपरसोनिक मिसाइल ब्रह्मोस-3 की खूबियां जानकर रूस ने साल 2016 में खरीदने का आर्डर दिया था। तो आइए जानते हैं कि इस मिसाइल की क्या क्या खासियतें हैं?
- ब्रह्मोस मिसाइल दुनियाभर की सभी मिसाइलों से तेज है और इस से आप काफी सटीक और एकदम सही निशाना साध पाने में सक्षम होंगे।
- यह मिसाइल अत्याधुनिक रडार प्रणाली को भी आसानी से बेध सकती है।
- इस दुश्मन को सीमा में घुसकर मार सकती है और इतना ही नहीं, इसे कोई रडार भी नहीं पकड़ सकता है।
- इसके अलावा ये मिसाइल एंटी-मिसाइल सिस्टम को भी चकमा दे सकती है।
- ब्रह्मोस-3 दुश्मनों के रडार और मिसाइलों को चकमा देते हुए टार्गेट को बड़ी आसानी से भेद सकती है।
- ब्रह्मोस-3 की मारक क्षमता 290 किमी. है, लेकिन इस रेंज को 800 किमी. तक बढ़ाने का फैसला लिया गया है।
- यह मिसाइल आवाज से 2.8 गुना स्पीड से जा सकती है, फिलहाल इस स्पीड को पांच गुना बढ़ाया जा सकता है। यदि भारत एमटीसीआर का मेंबर बन जाए।