World Ovarian Cancer Day: जानें क्या होते हैं ओवेरियन कैंसर के लक्ष्ण
ओवेरी का काम हर महीने अंडे या ओवा बनाना होता है जो महिलाओं को गर्भवती बनाने में मदद करता है। इसके अलावा, ओवेरी एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हॉर्मोन को भी बनाती है।जब ओवेरी में गांठ बनने लगती है तो वो आसपास के टिश्यू को खराब कर देती हैं। इसके बाद इन गांठ में सेल्स बनती हैं और वो पूरे पेट में फैल जाते हैं। जिससे ओवेरियन कैंसर की शुरुआत होती है।
ओवेरियन कैंसर में पेट दर्द के साथ हल्की चुभन भी होती है। जबकि नॉर्मल पेट दर्द में ऐसा नहीं होता है।
कई लोगों को लगता है कि ओवेरियन कैंसर यंग लड़कियों को नहीं हो सकता है। जबकि ऐसा नहीं है। करीब 20 प्रतिशत महिलाएं ऐसी हैं जिनकी उम्र 50 साल कम है और वो ओवेरियन कैंसर का शिकार हैं।
ओवेरी कैंसर शुरुआत में एक साइलेंट बीमारी होती है, जिसका पता चल पाना बहुत मुश्किल होता है। लेकिन पेट में दर्द, बार बार कब्ज होना और पेशाब में किसी तरह की अनियमितता दिखने पर तुरंत महिला विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए।