गैस सिलेण्डर एक ऐसी बंद वस्तु होती है, जिसमें गैस भरी जाती है तथा इसका प्रयोग ज्यादातर रसोई में किया जाता है। इसमें गैस मशीन द्वारा भरा जाता है और रेग्यूलेटर की सहायता से आवश्यकता पड़ने पर गैस का उपयोग किया जाता है और आवश्यकता समाप्त होने पर बंद कर दिया जाता है।

लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि आखिर गैस सिलेंडर का रंग लाल ही क्यों होता है? किसी और रंग का क्यों नहीं? इसी बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं।

दरअसल हर रंग का एक अलग सन्देश होता है। लाल रंग खतरे का सन्देश देता है क्योकि सिलेंडर खतरनाक होता है और कभी भी फट सकता है जिससे दुर्घटना हो सकती है इसलिए सिलेंडर का रंग लाल होता है। रसोई गैस सिलेंडरो में तरल पेट्रोलियम गैस भरी जाती है, जो अत्यधिक ज्वलनशील होती है। लाल रंग खतरे का संकेत देता है।

सिर्फ एलपीजी गैस ही नहीं बल्कि अलग-अलग गैस सिलेंडरों को अलग-अगल रंगों से रंगा जाता है। आक्सीजन के सिलेंडर को सफेद रंग से, नाइट्रस ऑक्साइड के सिलेंडर को को नीले रंग से, जिसमे जहरीली गैस होती है उन्हें पीले से, कार्बन-डाई-ऑक्साइड गैस वाले सिलेंडर को ग्रे रंग से,नाइट्रोजन गैस वाले सिलेंडर को काले रंग से और हीलियम गैस के सिलेंडर को भूरे रंग में रंगा जाता है।

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