अक्सर आपने देखा होगा कि कुछ लोग रात को सोते वक्त एक निश्चित समय पर उठ जाते हैं। चाहे वो कितना भी देरी से सो जाएं, लेकिन उस निश्चित समय पर आंख खुलना तय है। ऐसे में इसके पीछे के संकेत के बारे में पता होना जरूरी है। इसके पीछे कुछ हेल्थ से जुड़े कारण तो कुछ स्पिरिचुअल कारण हो सकता हैं। आज हम आपको बताएंगे कि यदि आपकी आंखें एक निश्चित समय पर खुलें तो इसका क्या अर्थ है।

कुछ लोगों की आदत 8 बजे सोने की होती है, लेकिन वे 8 बजे सोने के बाद भी 9 से 11 के बीच उठ जाते हैं। बता दें कि इसका मतलब वह किसी मानसिक तनाव से ग्रस्त हैं। ऐसे में उसे ठंडे पानी से अपने हाथ पैर और चेहरा धोना चाहिए।

यदि व्यक्ति की आंख रात के 11 से 1 बजे के बीच खुले तो इसके पीछे कारण एक नकारात्मक ख्याल हो सकता है। ऐसे में इस समस्या को दूर करने के लिए व्यक्ति को सकारात्मक सोच रखने की जरूरत है।

यदि किसी व्यक्ति की आंख रात के 12 से 2 बजे के बीच में खुलती है तो यह किसी शक्ति की तरफ इशारा माना जाता है. एक ऐसी शक्ति जो आपको जीवन के उद्देश्य को लेकर जागरूक करती है।

यदि आपकी आंख 1 से 2 बजे के बीच में खुलती हैं तो यह अत्यधिक गुस्से की तरफ इशारा करता है. यानि आपको अपने गुस्से पर कंट्रोल करने की जरूरत है. साथ ही सोने से काम ले हाथ पैर धोने की जरूरत है।

यदि आपकी आंखें 3 बजे के आसपास खुलती हैं तो इसका मतलब आपको इस वक्त इष्ट देव की आराधना करनी चाहिए। इस समय परमात्मा आपसे जुड़ने की कोशिश कर सकते हैं।

यदि आपकी आंखें 4 से 5 के बीच खुलें तो इसका मतलब कोई अनजान शक्ति है जो आपसे संपर्क करना चाहती है आपसे जुड़ना चाहती है। ऐसे में यदि इस समय आंख खुले तो ईश्वर का नाम जपें।

यदि व्यक्ति 5 से 7 बजे के बीच में उठें या उनकी नींद खुल जाए तो इसका मतलब वे भावनात्मक रूप से कमजोर होते हैं। ऐसे में मेडिटेशन के माध्यम से खुद को भावनात्मक रूप से मजबूत किया जा सकता है।

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