जब हमारा हाथ ज्यादा देर पानी में रहता है तो पानी में रहने से हाथों की अँगुलियों में सिकुड़न पैदा हो जाती है। तो क्या आपने कभी सोचा कि आखिर अंगुलियों में सिकुड़न क्यों होती है? हालांकि कुछ देर बाद अंगुलियों की सिकुड़न गायब हो जाती है। लेकिन आखिर ऐसा होता क्यों होता है? तो आइए जानते हैं।

पानी में भीगने से अंगुलियों का सिकुड़ना सामान्य बात है। इसमें कोई घबराने की बात नहीं बल्कि हमारा दिमाग सुरक्षा की दृष्टि से ऐसा करता है। लेकिन आप सोच रहे होंगे कि आखिर अँगुलियों के सिकुड़ने से सुरक्षा कैसे होती है तो बाते हैं कि हमारा शरीर परिस्थिति के हिसाब से खुद को ढालने की कोशिश करता है।

पानी में हाथ रहने से हाथों की पकड़ ढीली हो जाती है। इसलिए हमारे हाथ की अंगुलियां सिकुड़ जाती है जिस से कि किसी भी चीज पर आसानी से पकड़ बनाई जा सके।

हमारा ऑटो नर्वस सिस्टम पानी में भीगने से तेजी से काम करता है और पानी में भीगने से वैसोकंस्ट्रिक्शन की वजह से अंगुलियों का मांस सिकुड़ जाता है जिस से हम आसानी से पानी में भी किसी भी चीज को पकड़ सकते हैं।

लेकिन इसमें परेशानी लेने वाली या सोचने वाली कोई बात नहीं है। ये हमारी अच्छी हेल्थ का संकेत है और इस बात का संकेत है कि हमारा ऑटो नर्वस सिस्टम सही तरीके से काम कर रहा है।

Related News