इंटरनेट डेस्क। दोस्तों आपको बता दे की चार दिन बाद सावन का महीने की शुरुवात हो जाएगी। इस महीने में सभी लोग शिवजी को प्रसन्न करने के लिए पूजा पाठ करते है। आप सभी को पता है शिवजी सभी देवी देवताओ से भोले से है ये अपने भक्तो पर बहुत जल्द प्रसन्न हो जाते है।

तो दोस्तों आज हम आपको शिवजी के पूजा के कुछ नियम के बारे के बता रहे है जिनको आप अपनाकर शिवजी की कृपा पा सकते है। तो दोस्तों आप भी इन नियम के बारे एम् जान लीजिये।

शिव पूजन विधि

दोस्तों आपको बता दे की अपने बाएँ हाथ की हथेली में जल लें एवं दाहिने हाथ की अनामिका उँगली व आसपास की उँगलियों से निम्न मंत्र बोलते हुए स्वयं के ऊपर एवं पूजन सामग्रियों पर जल छिड़कें

ॐ अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्था गतोsपि वा l

या स्मरेत पुण्डरीकाक्षं स बाह्रामायंतर: शुचि: ll

श्रद्धा भक्ति के साथ घी का दीपक लगाएं। दीपक रोली/कुंकु, अक्षत, पुष्प , से पूजन करना चाहिए अगरबत्ती/धूपबत्ती जलाये जल भरा हुआ कलश स्थापित करे और कलश का धूप ,दीप, रोली/कुंकु, अक्षत, पुष्प , से पूजन करें।

दोस्तो आपको बता दे की अब शिवजी का ध्यान और हाथ मैं अक्षत पुष्प लेकर ” ॐ नमः शिवाय” मंत्र बोलते हुए शिवजी का आवाहन करना चाहिए। अक्षत और पुष्प शिवलिंग को समर्पित कर दे। अब शिवलिंग का जल, कच्चे दूध और पंचामृत से अभिषेक करे। गन्ने का रस, भांग, शहद, शिवलिंग को अर्पित करे। पुन्नः शुद्ध जल से अभिषेक करे। चन्दन, अक्षत, सिंदूर, इत्र ,दूर्वां , बिल्व पत्र ,पुष्प और माला अर्पित करे। धुप और दीप दिखा। पुष्पांजलि समर्पित करना चाहिए।

Related News