जब आत्मा शरीर से निकल कर यमलोक जाती है तो यमदूत उसे क्या कहते हैं, जानें
बहुत समय से इस बात पर बहस छिड़ती आई है कि आखिर मरने के बाद क्या होता है। बहुत से लोग ये बात मानते हैं कि आत्मा होती है जबकि बहुत लोग इस बात पर विश्वास नहीं रखते हैं। इसके अलावा स्वर्ग नर्क के बारे में भी काफी कुछ सुनने को मिलता है कि मरने के बाद मनुष्य के पापों का हिसाब होता है और वो उसके अनुसार स्वर्ग या नर्क में जाता है। आज हम आपको इस बारे में बताने जा रहे हैं कि जब आत्मा शरीर को छोड़ने के बाद यमलोक जाती है तो यमदूत उसके साथ किस तरह का व्यवहार करते हैं?
जब आत्मा अपने शरीर छोड़ चुकी होती है वह यमदूत के डर से वापस तो जाना चाहती है मगर यमदूत उसे शरीर में प्रवेश नहीं करने देते हैं।
पापी आत्मा और शुद्ध आत्मा
जो आत्माएं पापी होती है उनके साथ यमदूत बहुत ही बुरा व्यवहार करते हैं और कई तरह की सजा देते हैं। लेकिन पुण्य आत्मा होती है वह समझ जाती है कि मुझे मुक्ति मिलने वाली है। इसलिए उन्हें किसी तरह का कोई डर नहीं होता।
यमदूत पापी आत्मा से बोलते हैं यह सारी बातें
यमलोक में यमदूत पापी आत्मा को बार-बार नर्क में जाने के लिए डराते हैं और कहते हैं कि दुष्टात्मन् तू शीघ्र चल। तुझे यमराज के घर जाना है। शीघ्र ही हम तुम्हें कुंभीपाक नरक में ले जायेंगे। इस से आत्मा अपने किए गए पापों के कारण पछताती है और उसे काफी रोना भी आता है।